परीक्षा केंद्रों की संख्या और बढ़ेगी, राजभवन के आदेश के बाद जिलों से मांगी गई जानकारी

मध्यप्रदेश/जबलपुर(Jabalpur) – : राजभवन ने विश्वविद्यालयीन परीक्षाए सोशल डिँस्टेसिंग के साथ कराने का निर्णय लिया है,  विश्वविद्यालय के लिए यह चुनौती पूर्ण हो गया है। जहां एक परीक्षा केंद्र में 1200 से 600 परीक्षार्थी शामिल होते थे वहां अब परीक्षार्थियों की संख्या घटकर 250 से 500 के बीच हो जाएगी। अब विश्वविद्यालय प्रशासन के पास एक ही विकल्प  है कि वह परीक्षा केंद्रों की संख्या में इजाफा करे। अभी तक परीक्षाएं शासकीय और अनुदान प्राप्त कॉलेजों में ही कराई जाती थी लेकिन अब ऐसी स्थिति में सर्वसुविधायुक्त प्राइवेट कॉलेजों को भी परीक्षा केंद्र में शामिल किया जा सकता है।  विश्वविद्यालय ने स्नातक स्तर की परीक्षाएं मार्च में शुरू कराई गई थीं। लेकिन आधे पेपर होने के बाद लॉकडाउन हो जाने के कारण परीक्षा स्थगित करनी पड़ी थी।

शेडयूल को लेकर हरकत में आया विवि

उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष, सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई, के बीच आयोजित करने के निर्देश विवि को दिए गए हैं। यह व्यवस्था सभी निजी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों पर भी लागू की गई है। स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के फाइनल इयर,सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑफ लाइन मोड में परीक्षा केन्द्रों पर होगी। और  उच्च शिक्षा की प्रथम, द्वितीय वर्ष की कक्षाओं, पाठ्यक्रमों की नियमित परीक्षाएं स्थिति सामान्य होने पर आयोजित की जायेंगी।

अब जिले में 71 केंद्रों से बढ़कर 110 तक हो सकती है

 विश्वविद्यालय प्रशासन जिले में 71 परीक्षा केंद्रों के माध्यम से परीक्षाएं आयोजित कराता आ रहा है। इसमें 59 के लगभग शासकीय कॉलेज शामिल हैं और 12 अनुदान प्राप्त कॉलेज हैं। वर्तमान परिस्थितियों में सोशल डिस्टेसिंग के साथ परीक्षाएं कराई जाती है तों परीक्षा केंद्रो 30 से 40 तक बढ़ाए जाएंगे। 100 से 110 के  केंद्र बन सकते हैं। ऐसे में परीक्षा केंद्रों में प्राइवेट कॉलेजों को भी मौका मिलेगा। पाटन, कुण्डम जैसे स्थानों से आने वाले छात्रों को शहर ना  आना पड़े ऐसी स्थिति में  प्राइवेट कॉलेजों को केंद्र बनाकर बिठाया जा सकता है।

हमने सभी जिलों से छात्रों और परीक्षा केंद्रों का ब्यौरा भी  मांगा है। निश्चित ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने में नए परीक्षा केंद्रों को बनाना पड़ेगा। सर्वसुविधायुक्त प्राइवेट कॉलेजों को हम केंद्रों के रूप में बना देंगे।

प्रो.कमलेश मिश्रा, कुलसचिव रादुविवि

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