MP में हुआ 500 करोड़ का दवा घोटाला, कई अफसरों और राजनेताओं की है हिस्सेदारी, EOW दर्ज करेगी FIR
- प्रदेश में फिर सामने आया बड़ा घोटाला
- इस बार दवा के नाम पर हुआ करोड़ो का घोटाला
- विदेश तक फैला हुआ है इस घोटाले का कनेक्शन
- EOW कर रहीं है इसकी जांच
- बीजेपी कांग्रेस में शुरू हुआ सियासी दौर
भोपाल : मध्य प्रदेश में दवा खरीदी घोटाले को लेकर ईओडब्ल्यू (EOW) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ हैं। ईओडब्ल्यू (EOW) की जांच में 500 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया हैं। इस घोटाले के सामने आने के बाद प्रदेश में सियासत का दौर गरमा उठा हैं। बीजेपी और कांग्रेस एक बार फिर अनमे सामने आ गई हैं। ईओडब्ल्यू (EOW) की जांच में इस बात का खुलासा किया गया है कि घोटाले की करोड़ों की राशि को सबसे पहले विदेश में भेजा गया और बाद में एफडीआई (FDI) के जरिए राशि को भारत लगाया गया। ये पूरा खेल बोगस कंपनियों के जरिए हुआ हैं।
बताया जा रहा है कि बोगस कंपनियों के जरिए 500 करोड़ का घोटाला किया गया हैं। जिन कंपनियों से दवा खरीदना बताया गया, वह सभी कंपनी सिर्फ कागजों पर चल रही थीं। हैरानी की बात है कि मलेशिया, सिंगापुर और हांगकांग में राशि का ट्रांसफर हुआ हैं। जबकि ईओडब्ल्यू की जांच में कंपनियों के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। अब ईओडब्ल्यू (EOW) हर एक बिंदु पर बारीकी से जांच कर रहीं हैं।
इस पुरे खुलासे के बाद प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गई हैं। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकार में जमकर घोटाले हुए हैं। विदेशों में घोटाले की रकम को भेजकर उसे व्हाइट किया गया हैं। सरकार सभी घोटालों की जांच करा रही है और जल्द ही बीजेपी के चेहरे बेनकाब होंगे। उधर, बीजेपी ने दावा है कि सरकार जांच के नाम पर अधिकारियों से वसूली कर रही हैं। घोटाले के नाम पर सरकार कमाई कर रही हैं।
उधर, ईओडब्ल्यू (EOW) की जांच में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि इस घोटाले की राशि में कई अफसरों और राजनेताओं की हिस्सेदारी हैं। बताया जा रहा है कि घोटाले को लेकर स्वास्थ्य विभाग से भी कई दस्तावेज मांगे गए हैं। वहीं, सूत्रों का कहना है कि इस घोटाले में जल्द ही ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज करेगी।
फिलहाल बीजेपी (BJP) शासन में 2003 से 2010 के बीच हुए दवा खरीदी घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू कर रही हैं।