शिवराज में महिलाओं पर बढ़ती जा रही ज्यादती, पांच दोस्तों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, फिर बोरी में भरकर फेंका,मप्र में अपराध के यह हैं आंकड़े
इंदौर/गरिमा श्रीवास्तव :-
हाल ही में उमरिया में हुए गैंगरेप से पीड़िता युवती के परिजन उबर नहीं पाए थे कि अब इंदौर में भी गैंगरेप का मामला सामने आ गया. इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में एक युवती से पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया..
इस पूरे मामले की युवती ने शिकायत की है पर अभी तक एफ आई आर दर्ज नहीं की गई है, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
रेप कर बोरे में भर पटरी पर फेंका:-
पूरी घटना बयां करते हुए युवती ने बताया कि वह पाटनीपुरा क्षेत्र में कोचिंग पढ़ने जाती है मंगलवार शाम जब वह कोचिंग से लौट रही थी तो उसी समय उसे अक्षय नाम का दोस्त मिला. अक्षय के साथ एक और युवक था. युवती ने बताया कि दोनों ने बातों-बातों में उसे कुछ सुंघाया और बाइक पर बैठाकर भागीरथपुरा रेलवे ट्रैक के पास ले गये.. रेलवे ट्रैक पर पहले से ही 3 लोग मौजूद थे जो उनका इंतजार कर रहे थे. सभी ने मिलकर युवती के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की. जब पीड़िता ने विरोध किया तो सब ने बारी-बारी से उसका रेप किया. और फिर उसे बोरे में बंद पटरी पर फेंक गए. उन लोगों ने युवती को आग के हवाले भी करने की कोशिश की पर फिर किसी वजह से वह सभी भाग गए.
उनके भाग जाने के बाद युवती जैसे तैसे बोर से बाहर आयी और अपने मंगेतर को फोन किया. मंगेतर ने उसे अस्पताल पहुंचाया. पीड़िता के मंगेतर ने बताया कि उसकी हालत गंभीर थी और वह बेसुध अवस्था में मिली थी..
वहीं इस मामले पर पुलिस का कहना है की घटनाक्रम की जांच की जा रही है..
पर पुलिस ने अभी तक एफ आई आर दर्ज नहीं की है..
नाबालिगों से बलात्कार के मामले में भी मध्यप्रदेश अव्वल दर्ज़े पर :-
मध्यप्रदेश में नाबालिगों से बलात्कार का आकंड़ा 3337 है, जो उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र से भी ज्यादा है। उत्तरप्रदेश में 326 और महाराष्ट्र में 3117 मामले दर्ज़ हैं।
दलितों से दुष्कर्म में मध्यप्रदेश में बीते 3 सालों में मामले बढ़ते जा रहे हैं…
2017-5892 मामले,
2018-4753 मामले,
2019-5300 मामले दर्ज़ किए गए।
अब आदिवासियों से बलात्कार के मामले पर भी आप नज़र डालिए…
2017-2289 मामले,
2018-1868 मामले,
2019-1922 मामले दर्ज़ किए गए।
साल 2020 में महिला अपराधों को लेकर पिछले 8 महीनों के ही आंकड़ों खंगाले जाए तो मध्यप्रदेश में हत्या के 509 मामले, हत्या की कोशिश के 207, मारपीट के 9 हज़ार 974, छेड़छाड़ के 6 हज़ार 479 मामले, अपहरण 5 हज़ार 619 मामले, महिलाओं के साथ दुष्कर्म के 3 हज़ार 837 मामले, दहेज़ हत्या के 519 मामले और दहेज़ प्रताड़ना 4 हज़ार 604 मामले सामने आए।
2018 में देश के कुल 33,356 बलात्कार के मामलों में राज्य का 16 प्रतिशत हिस्सा है। मध्यप्रदेश में 2018 में 5,433 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। 2018 में लगातार तीसरे वर्ष राज्य ने शीर्ष स्थान हासिल किया था। बलात्कार के 2,841 मामलों में से पीड़ितों की उम्र 18 वर्ष से कम थी, इनमें से 54 मामलों में, पीड़ित छह वर्ष से कम उम्र के थे, जबकि 142 पीड़ित 6 से 12 वर्ष की आयु के थे। कथित तौर पर, 2018 में राज्य में 1,143 मामलों की तारीख के अनुसार, पीड़ित 12 से 16 आयु वर्ग के थे, जबकि 1,502 मामलों में वे 16 से 18 वर्ष की आयु के थे।
2018 में, बलात्कार के मामलों की अधिक संख्या वाले राज्य मध्य प्रदेश थे (राजस्थान के बाद 4,335), उत्तर प्रदेश (3,946), महाराष्ट्र (2,142) और छत्तीसगढ़ (2,091)
कितनी महिलाएं और बच्चियां मध्यप्रदेश से हुईं गायब:-
साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान अप्रैल से दिसंबर के बीच कुल 7 हजार युवतियों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। इन 7 हज़ार युवतियों में से मात्र 4 हज़ार की तलाश की गई है अब भी 3 हज़ार युवतियों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
इन मामलों में अधिकांश में बिना बताए घर से जाना, नाराज होकर भागना या बिना बताए प्रेमी के साथ भागने के तथ्य सामने आए हैं।
लॉकडाउन के साथ महिलाओं के अपराध भी बढ़ते रहे
मध्यप्रदेश में मार्च के अंत में जब कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगाया गया था। लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महिला अपराधों में कोई गिरावट दर्ज़ नहीं की गई, महिलाओं के साथ अपराध भी लॉकडाउन में बढ़ते रहे यह आंकड़ा चौकाने वाला है कि मध्यप्रदेश में अलग-अलग थानों में 11 हज़ार से भी ज्यादा मामले दर्ज़ किए गए।
जनवरी 2020 से लेकर अक्टूबर 2020 तक ही प्रदेश भर में 45 हज़ार 920 महिला अपराध घटित हुए हैं, जिनमें महिलाओं के प्रति कई संगीन अपराध जैसे हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट अपहरण, छेड़छाड़ और बलात्कार जैसे अपराध शामिल हैं।
आप जब सरकारी कार्यक्रमों के पहले कन्या पूजन कर रहे थे, उसी दिन मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर अबोध बालिकाओं और महिलाओं के साथ दुराचार और हिंसा की घटनाएं हो रही थी