- कांग्रेस की प्राथमिकताएं चुनाव से शुरू होती हैं और चुनाव पर ही खत्म हो जाती है
- चुनाव में झूठी घोषणाएं और झूठे शिलान्यास करती है कांग्रेस सरकार
भोपाल : नरोत्तम मिश्रा हर बार अपने बयानों से कमलनाथ सरकार को घेरते हुए नज़र आते हैं, यह पहली बार नहीं जब कमलनाथ सरकार पर मिश्रा जी कमलनाथ सरकार को घेरे में लेकर बड़े-बड़े सवाल खड़े करते हैं. आज जरूरत अगर जाने कि नहीं थी, आज जरूरत ओलावृष्टि क्षेत्रों में जाने की थी आज ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों के खेतों में जाने की जरूरत थी लेकिन इनको किसान से मतलब ही नहीं है यह हमेशा किसानों के बीच झूठी बातें करते हैं.
2 लाख तक का कर्जा माफ करेंगे आज तक कर्जा माफ नहीं किया बेरोजगारों को रोजगार देंगे आज तक रोजगार नहीं दिया
एक बार धोखे से सरकार बन गई है अब आगर जाएं चाहे जोरा किसान अब कांग्रेस के छलावे में आने वाला नहीं है चाहे कितने ही शिलान्यास कर ले या कितनी ही घोषणा कर ले.
48 घंटे से भी ज्यादा हो गए हैं ग्वालियर क्षेत्र में ओलावृष्टि से फसल खराब हुए लेकिन ना तो मुख्यमंत्री ने उनकी समीक्षा की ना ही उनके किस मंत्री ने
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को फुर्सत नहीं है पांचवे फ्लोर से उतरने की.
किसान पीड़ित शोषित है कर्जा माफी के धोखे से परेशान है.
आप खेतों में नहीं जा पा रहा है तो कम से कम पटवारी को भेज दो तहसीलदार को भेज दो
विधानसभा के सत्र को लेकर भाजपा की बैठक में ओलावृष्टि को लेकर चर्चा की जाएगी किसानों के साथ हुए धोखे, लाइन आर्डर की स्थिति, राज्यसभा के चुनाव को लेकर भाजपा के विधायकों के साथ आज चर्चा होगी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम बड़े नेता शामिल होंगे|