भोपाल : मध्यप्रदेश में नगर निगम चुनाव के फैसले के बाद प्रदेश की राजनीती गरमा गई हैं। पहले राज्य सभा सांसद सांसद विवेक तन्खा ने राज्यपाल लाल जी टंडन को ट्वीट किये थे। उसके बाद भाजपा के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमा भारती और शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से मुलाकात की है। बता दे की इससे पहले भी भाजपा नेताओं ने कमलनाथ सरकार के इस फैसले को जमकर विरोध किया था।
बता दे की इस फैसले से नगर निगम के अध्यक्ष को पार्षद महापौर चुनेगे और महापौर को पार्षद , पार्षद को जनता। जानकारी में बता दे की इस प्रकार के चुनाव 20 सालों होता था। संविधान संशोधन 73 वां और 74 वां के दौरान इसको हटा दिया गया था।
शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल टंडन से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराकर पार्षदों की हॉर्स ट्रेडिंग करने की कोशिश करेगी। इसके बाद उन्होंने ये भी आशंका जाहिर की है कि पार्षदों की खरीद फरोख्त के जरिए शहर में कांग्रेस अपनी सरकार बनाने की कोशिश करेगी।