कैग ने माँगा एमपीसीए से जवाब ,फ्री पास वितरण करने की क्या क्राइटेरिया है ?
भोपाल : 7 जनवरी को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कैग ने मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा है। दरअसल कैग ने एमपीसीए से पूछा है कि मैच से पहले अलग-अलग कमेटियों में नियुक्तियां क्यों की गईं और पिछले साल निर्माण कार्यों से लेकर अन्य काम में कितना पैसा खर्च किया गया है। एमपीसीए को 31 जनवरी तक इन सवालों का जवाब देना है
मालूम हो कि कैग को हड़बड़ी में की गई नियुक्तियों के संबंध में शिकायतें मिली थी। उसने नोटिस में लिखा कि होलकर स्टेडियम में होने वाले मैच को लेकर 12 दिसंबर को मैनेजिंग कमेटी में संबंधित को नामांकित किया गया। ऑर्गेनाइजिंग कमेटी संविधान और जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के आधार पर बनी। इसी दौरान टिकट कमेटी फाइनेंस कमेटी और ट्रेजर ने पहले की प्रक्रिया के तहत काम शुरू कर दिया जो कि स्वीकार्य करने योग्य नहीं है। यह सवाल भी उठाया गया कि जब मैच पहले से तय था तो कमेटियां अंतिम समय में क्यों गठित की गई ? इस संबंध में नॉमिनी ऑफ अकाउंटेंट जनरल जितेंद्र तिवारी को लिखे पत्र में कहा गया है कि कमेटी में 12 दिसंबर 2019 को नामित हुए थे और संबंधित रिपोर्ट उन्होंने अपने आवजर्वेशन के आधार पर तैयार की है।