मध्यप्रदेश/भोपाल : मध्यप्रदेश कांग्रेस में जारी अंदरुनी खींचतान को ख़त्म करने के लिए एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मोर्चा संभाल लिया हैं। 23 जून को वे दिल्ली से भोपाल आएंगे। 24 जून से कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू होगा।
कमलनाथ ने दिल्ली दौरे से लौटने के साथ ही 24 जून से संभागवार बैठक करने का मन बनाया हैं। जानकारी के अनुसार कमलनाथ 24, 25 और 26 जून को लगातार बैठकें करने वाले हैं। कुछ बैठकें ऑनलाइन तो कुछ को भोपाल भी तलब किया जा सकता हैं। जिलों में संगठन प्रभारियों की नियुक्ति के बाद अब उनके और जिला इकाइयों के बीच समन्वय बनाने के लिए बैठक करने की तैयारी हैं।
इन बैठकों के साथ ही कमलनाथ उपचुनावों की तैयारी भी शुरु कर देंगे। प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इसके अलावा आठ जिलों के जिलाअध्यक्षों को भी हटाने की तैयारी की जा रही हैं। ये वे जिला अध्यक्ष हैं जो सालों से इस कुर्सी पर जमे हुए हैं।
बता दे कि खंडवा लोकसभा के अलावा जोबट, रैगांव और पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनाव भी प्रदेश की सियासी नब्ज जानने के लिए अहम माने जा रहे हैं।
वहीं, बैठकों का मकसद नवनियुक्त प्रभारियों और जिला इकाइयों के बीच समन्वय बनाने के साथ ही जिला स्तर पर पार्टी के संगठन को मजबूत करना हैं। संभागवार होने वाली बैठकों में प्रभारी के साथ जिला अध्यक्ष और विधायकों को शामिल किया जाएगा। 2023 के चुनाव से पहले होने वाली बैठकें को कई मायनों में अहम माना जा रहा हैं।।