मध्यप्रदेश/इंदौर – मंगलवार को बीजेपी नेता पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने अपनी ही पार्टी के मंत्री तुलसी सिलावट व दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बड़ा हमला बोला था। प्रेमचंद गुड्डू ने तुलसी सिलावट को उपचुनाव में हराने की खुली चुनौती दी थी। जबकि सिंधिया को लेकर भी उन्होंने जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पूर्व की प्रदेश सरकार में किसानों की भलाई चाहने वाले सिंधिया क्यों नही अब किसानों और प्रदेश की जनता के लिए सड़कों पर उतर रहे जबकि कोरोना संकटकाल मे किसानों की हालत खराब हैं। इतना ही नही गुड्डू ने सिंधिया के परिवार पर भी सवाल खड़े किए थे।
वहीं, बीजेपी ने गुड्डू के मुंह खोलने के बाद इंदौर बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर को गुड्डू के सामने उतार दिया। इसके बाद सोनकर ने बीजेपी नेताओं पर की गई टिप्पणी के मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई का हवाला देकर प्रेमचंद गुड्डू को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
इधर, आज प्रेमचंद गुड्डू ने एक प्रेस नोट जारी कर साफ किया कि वो तो फरवरी में ही बीजेपी छोड़ चुके है फिर बीजेपी के द्वारा भेजे गए नोटिस का कोई औचित्य नहीं हैं।
जबकि, बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर ने बताया कि वो कह रहे है कि फरवरी में ही बीजेपी को छोड़ चुके है जबकि उनका इस्तीफा प्रदेश संगठन को नही मिला हैं। सोनकर ने बताया कि कल नोटिस जारी करने के बाद प्रेमचंद गुड्डू ने फ़ोन पर उनसे कहा था कि उन्हें अब तक उन्हें कोई नोटिस नही मिला है वही उन्होंने नोटिस के मामले में जबाव देने की बात भी की थी।