दिल्ली: लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा चुनाव,भाजपा से अक्सर मुस्लिम प्रत्याशियों को लेकर सवाल पूछा जाता है कि आखिर क्या वजह है कि भाजपा मुस्लिम उम्मीदवारों को अपना टिकट नहीं देती है। ऐसे में 8 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर भाजपा अपने चुनाव प्रचार में आक्रमक हो चुकी है।हाल ही में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दैनिक भास्कर को दिए गए एक इंटरव्यू में अपने विचारों को खुल कर रखा है।
मनोज तिवारी से जब मुस्लिम उम्मीदवार को लेकर सवाल पूछा गया की आखिर क्यों बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी उन्हीं मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दे सकती है, जहां मुस्लिम इलाके हैं। लेकिन हम टिकट दे देते हैं तो वह जीतते ही नहीं है। इसलिए हम दूसरा ऑप्शन चुनते हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि रामपुर में मुख्तार अब्बास नकवी को भी नहीं जिताया हम उन्हें राज्यसभा से लाकर मंत्री बनाते हैं। मोहसिन भाई को एमएलसी बना कर लाए हैं ,यूपी में मिनिस्टर है।
मुस्लिम समुदाय के लिए गए केंद्र सरकार के कामों के बारे में भी मनोज तिवारी ने खुलकर बताया उन्होंने कहा कि हमने मुस्लिम समाज के लिए पिछले 5 साल के कार्यकाल में 3. 5 लाख मदरसों के बच्चों को वजीफा यानी कि स्कॉलरशिप दिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को मोदी शासन का भय दिखाया जा रहा है, जबकि पिछले 5 सालों से वह भी खत्म हो गया है। लोगों को अब भय में नहीं आना चाहिए। जनता जिन्हें हरा देती है वह भ्रम के जरिए उपद्रव फैलाना चाहते हैं। इससे देश को सावधान रहने की जरूरत है।