मंदसौर :- मंत्री ने दिव्यांगों को कहा अंधे,लंगड़े, लूले, विवाद के बाद मांगी माफ़ी

मंदसौर / गरिमा श्रीवास्तव :- मध्यप्रदेश(MP) के एक मंत्री ने दिव्यांगों को अंधे,लंगड़े और लूले कह दिया। एक तरफ जहाँ सरकार ने इन्हे दिव्यांग का दर्ज़ा दिया था तो वहीं मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने उन्हें अँधा लूला कह दिया है।
मंत्री ने एक बयान में कहा भाषण के दौरान हुकुम सिंह कराड़ा ने कहा था कि क्‍या अंधे, लंगड़े, लूले लोगों को पेंशन तीन सौ रुपये से एक हजार रुपये करना गलत काम है? किसानों के लिए रुपये सौ-सौ यूनिट करना गलत काम है? इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा रही थी।
मंत्री को बहुत ट्रोल किया गया है। हांलाकि मंत्री ने अपने शब्दों के लिए सभी से माफी माँगा है।

शुक्रवार को दिव्यांग संगठनों ने इस बयान को लेकर गांधी चौराहे पर प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया और तीन दिन में माफी नहीं मांगने पर एफआईआर कराने की चेतावनी दी। इस दौरान यहां विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, नगरपालिका अध्यक्ष राम कोटवानी और भाजपा जिला मंत्री हिम्मत दांगी भी शामिल हुए।
मंत्री ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि कि मेरे द्वारा निशक्तजनों के प्रति बोलचाल और प्रचलन की भाषा में जो शब्द बोल दिए गए थे, इसका मुझे दुख है। मेरी भावना किसी को ठेस पहुंचाने की कतई नहीं थी। दिव्यांगों के प्रति मैं पूरा सम्मान व्यक्त करता हूं। मेरा आशय इनके लिए 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए पेंशन कर देना हमारी सरकार की 'सेवा भावना' को दर्शाने से था।
यह हैं प्रदेश के बड़बोले मंत्री जिनका अपने ही शब्दों पर नियंत्रण नहीं होता है।

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