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Magnificent MP 2019 : जानिए मुकेश अंबानी समेत बाकी उद्योगपति ने कितना किया इंवेस्टमेंट ?

 हाल ही में मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के तहत प्रदेश सरकार द्वारा मैग्निफिसेंट एमपी का आयोजन किया गया है। इस आयोजन में देश के बड़े औद्योगिक घराने शामिल हुए हैं। लेकिन, रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी इस आयोजन में शामिल नहीं पाए हैं । लेकिन, इस दौरान उन्होंने वेबकास्टिंग के माध्यम से उन्होंने मध्य प्रदेश क्यों मैग्निफिसेंट है, ये बताया।

दरअसल, मुकेश अंबानी ने कहा है कि, बोर्ड मीटिंग के तहत मैं यहां नहीं आ पाया हूं । लेकिन भारत के मध्य में नहीं, मन में विराजमान है मध्य प्रदेश, ये मेरा भी है। मध्य प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ के विजन द्वारा मुझे काफी प्रभावित किया गया है। बीते कुछ सालों में हमने यहां 20 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया है।

जियो प्रदेश को डिजिटल दुनिया से जोड़ने का काम कर रहा है। आज मध्य प्रदेश डेटा के इस्तेमाल के मामले में जर्मनी, ब्रिटेन जैसे देशों से भी आगे है। आने वाले कल में हम पेट्रोल रिटेल आउटलेट की संख्या को दोगुना कर देंगे । 

अदि गोदरेज, गोदरेज ग्रुप

आयोजन के दौरान, अदि गोदरेज ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कमलनाथ से किसी मुद्दे पर बात करनी हो तो बताएं। तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं है, जिस पर बात की जाए। इससे अंदेशा लगता है कि प्रदेश की सरकार उद्योगों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के तहत कितनी संजीदा है। आने वाले समय में कंपनी यहां 700 करोड़ का निवेश करेगी। 

संजीव पुरी, आईटीसी चेयरमैन

आयोजन में आईटीसी चेयरमैन ने कहा है कि, आईटीसी पहले से ही यहां एग्रीकल्चर, मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विसेस सेक्टर में निवेश कर रही है। खासतौर पर फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में मध्य प्रदेश उनकी पहली पसंद है। इसका उदाहरण वो 31 हजार चौपाल केंद्र और 11 चौपाल सागर हैं। जिसके माध्यम से आईटीसी द्वारा सूबे में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को रफ्तार दी गई है। हमारा आशीर्वाद आटा, सनफीस्ट के प्रोडक्ट यहां के अनाजों से बनते हैं। मध्य प्रदेश में हम आलू का नया बीज देंगे। सबसे अच्छा गेहूं शरबती यहां है। जल्द ही हम यहां 100 एकड़ का औषधीय फार्म का निर्माण करवाएंगे ।

दिलीप संघवी, चेयरमैन, सन फार्मा

वहीं, सन फार्मा के चैयरमेन दिलीप संघवी का कहना है कि सन फार्मा जल्द ही देवास और मालनपुर की अपनी यूनिट का विस्तार करेगी। बीते कुछ सालों के दौरान हमने यहां 500 करोड़ का निवेश किया है। हालांकि ,उन्होंने बिजली का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री के तहत बिजली की उपलब्धता अहम होती है। ऐसे में अगर इसकी लागत प्रतिस्पर्धी होगी, तो इससे उद्योग को फायदा पहुंचेगा । ऐसे में मुख्यमंत्री को इस ओर ध्यान आकर्षित करना चाहिए। 

 

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