प्रतिबंधित समय में बढ़ा रेत परिवहन, डंपरो की एंट्री के वसूले जा रहे हजारों रुपए, जिसके चलते शासन को लग रहा लाखों का चूना।
होशंगाबाद :- प्रदेश में अवैध रेत का काम धड़ल्ले से चल रहा है। बता दे की नर्मदा नदी के रेत घाटों से बिना रॉयल्टी रेट परिवहन रुकने का नाम नहीं ले रहे। रेत माफिया बड़ी संख्या में नर्मदा के रेत घाटों से अवैध रेत भरकर मोटी कमाई कर रहे हैं। प्रतिबंध के बाद अब तक रेत खदानें चालू नहीं हुई है, लेकिन रेत के अवैध उत्खनन तेजी से शुरू हो गए हैं।
होशंगाबाद क्षेत्र के अलावा नर्मदा पुल बुधनी क्षेत्र के ग्रामों में चोरी छुपे रेत निकाली जा रही है। प्रशासन की लगातार कार्रवाई करने के बाद भी रेत माफिया इस अवैध धंधे से बाज नहीं आ रहे हैं। बिना रायल्टी के अवैध रेत ले जा जाने से शासन को रोज़ लाखों रुपए का चूना लग रहा है।
सीहोर जिले में लगातार 5 महीने से अधिकांश खदानें बंद हैं और निश्चित समयावधि में रेत परिवहन पर रोक है।
बताया जा रहा है कि रेत माफियाओ को पहले ही कार्रवाई की सूचना मिल जाती है और इसी तरह से होशंगाबाद जिले में नेशनल हाईवे 69 स्थित ब्रिज (पुलघाट) और बाबई ग्राम गूजरवाड़ा से रोज़ाना चोरी-छिपे रेत निकालकर माफियां रफूचक्कर हो जाते हैं।
अब यह देखना बाकी है कि इस मुद्दे पर शासन की नीद कब खुलती हैं और कब इन माफियाओ पर कब कोई बड़ी कार्यवाहीं होती हैं।
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