मांडू: पर्यटन नगरी मांडू में चेक गणराज्य और जर्मनी का एक दल पहुंचा। मांडू की सुंदरता को अपने कैमरे में कैप्चर किया। इसके बाद 1000 फ़ीट गहरी खो में बसे एक गांव मालीपुरा पहुचें और वहां एक दिन गुजारा। यहां वो पूरी तरह से आदिवासी रंग में रंगे नजर आये। साथ ही विदेशी सैलानियों ने मक्के की रोटी और चने की भाजी बनायीं। आदिवासियों के साथ बैठकर खाना भी खाया। इसके बाद आदिवासी वेशभूषा में नृत्य भी किया। सैलानी की ग्रुप लीडर कैमिला पेशे से फोटोग्राफर एवं जर्नालिस्ट हैं। उन्होंने इस पल को अपने कलम के जरिये दिल में संवार कर रख लिया।