मध्य प्रदेश की ट्रांसजेंडर राधा को मिला पहला पहचान पत्र
मध्यप्रदेश/भोपाल: मध्यप्रदेश में अब ट्रांसजेंडर को भी मिल सकता है, पहचान पत्र, शासन के निर्देशानुसार ट्रांसजेंडर समुदाय के कल्याण एवं पुनर्वास के लिए तथा ट्रांसजेंडरों को शासन की विभिन्ना विभागीय योजनाओं का लाभ देने एवं उन्हें समाज की मुख्य धारा में सम्मिलित करने के लिए (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 2019 एवं नियम 2020 के तहत पहचान प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया. जिसके तहत मध्यप्रदेश के बैतूल में रहने वाली ट्रांसजेंडर राधा को पहला पहचान पत्र मिला।
डॉ बनना चाहती थी राधा
मुलताई निवासी ट्रांसजेंडर राधा को मंगलवार को कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस द्वारा उभयलिंगी पहचान प्रमाण पत्र और परिचय पत्र प्रदान किया गया। कलेक्टर से पहचान प्रमाण पत्र एवं परिचय पत्र प्राप्त करने के बाद शुजालपुर में जन्मी राधा बताती हैं कि उनका परिवार बहुत ही गरीब था। वह पढ़-लिखकर डॉक्टर बनाना चाहती थीं। स्कूल के सामने से जब गुजरती थीं तो स्कूल जाने का बहुत मन होता था, परंतु परिस्थितियों ने उनको पढ़ने नहीं दिया। वे इस बात से बहुत दुखी हैं कि उनके निकलने पर लोग छेड़ते हैं, जिससे उन्हें मानसिक तकलीफ से गुजरना पड़ता है।
राधा की अपील
राधा ने लोगो से अपील की है कि यदि किसी के घर में इस तरह का बच्चा जन्म लेता है तो उसे घर से अलग न करें, बल्कि उसे पढ़ाएं-लिखाएं और सामान्य जीवन जीने का वातावरण प्रदान करें