पुलिसकर्मी मरे, या फिर वह मरे, किसी एक को तो मरना होगा – Yogi Adityanath

लखनऊ – पिछले साल दिसंबर में प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में संशोधित नागरिकता कानून (CAA ) के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन में कम से कम 21 लोगों की मौत हुई थी। जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात का दावा किया है कि इस हिंसा में पुलिस की गोली से एक भी व्यक्ति नहीं मरा। 

योगी ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘सीएए के खिलाफ उपद्रव के दौरान पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा। जो मरे हैं, वे उपद्रवियों की गोली से ही मरे हैं। 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष से पूछा कि सीएए का विरोध क्यों हो रहा हैं? आखिर कोई बात तो बोलें कि इसमें क्या गलत हैं? यह कानून भाजपा ने नहीं बनाया हैं। यह 1955 में बना कानून हैं। नेहरू-लियाकत पैक्ट के अनुसार कानून बाद में बनाया गया। 

वहीं, मुख्यमंत्री ने पुलिस कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा ‘अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वह जिंदा कैसे हो जाएगा। 

उन्होंने आगे कहा कि, ‘अगर कोई व्यक्ति किसी निर्दोष को मारने के लिए निकला है और वह पुलिस की चपेट में आता है, तो या तो पुलिसकर्मी मरे, या फिर वह मरे… किसी एक को तो मरना होगा, लेकिन एक भी मामले में पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा हैं।

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