स्थिति भयावह:- भोपाल के भदभदा विश्राम घाट के लॉकर फुल, अस्थि कलश रखने के लिए जगह नहीं, बनेगा नया लॉकर

स्थिति भयावह:- भोपाल के भदभदा विश्राम घाट के लॉकर फुल, अस्थि कलश रखने के लिए जगह नहीं, बनेगा नया लॉकर

भोपाल:- भोपाल में आज कोरोना के 1669 नए मामले सामने आए हैं. कल राजधानी भोपाल में 1682 मामले सामने आए थे. तो वही श्मशान घाट में 112 लोगों की लाशें जलाई गई थी.

 कोरोना संक्रमित मरीज प्रतिदिन अपनी जान गवा रहे हैं हालात ऐसे हो चले हैं कि शमशान में अंतिम संस्कार के लिए भी घंटो तक इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं अंतिम संस्कार हो जाने के बाद परिवार वाले अपने प्रियजनों की अस्थियां भी नहीं ले जा पा रहे हैं.यही वजह है कि शमशान घाट के लॉकर अस्थियों से फुल हो चुके हैं.

भदभदा विश्राम घाट के मैनेजर लाड सिंह बताते हैं कि लॉकर में 3 साल से अस्थियां रखी हुई है सबसे अधिक अस्थिया कोरोना संक्रमित मृतकों की है.जो पिछले साल से रखी हुई है.हाल ही में मौतों का आंकड़ा तेज़ी से बढ़ा है. हर रोज 10-20 अस्थि कलश लॉकर में रखना पड़ रहा है.

 अंतिम संस्कार भी हुआ महंगा :-

राजस्थानी में भदभदा विश्रम घाट पर इन दिनों कोरोना संक्रमित 50 से 70 शव रोजाना अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं. अब भदभदा विश्राम घाट समिति ने अंतिम संस्कार के लिए पैसे 3500 दाम तय कर दिए हैं. इससे पहले समिति द्वारा कोरोना संक्रमितो के अंतिम संस्कार के लिए ₹3000 दाम लिए जा रहे थे. जबकि सामान्य शव के लिए अंतिम संस्कार के लिए ढाई हजार लिए जाएंगे समिति के सचिव मुकेश शर्मा ने बताया कि इस समय विश्राम घाट पर बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित शव आ रहे हैं.एक शव के अंतिम संस्कार में करीबन 5 से 6 क्विंटल लकड़ी का इस्तेमाल होता है वही विश्राम घाट को जो लकड़ियां दी जा रही है उसका एक क्विंटल दाम सवा आठ सौ लिया जा रहा हैं इसीलिए समिति ने दाम बढ़ाने का निर्णय लिया है.

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