नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :- आज मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर पकिस्तान में चल रहे टेरर केस का फैसला लाहौर की अदालत सुनाएगी। 26 / 11 के हमले के साथ साथ टेरर फंडिंग के एक और मामले हाफिज सईद के नाम पर दर्ज़ हैं।
आपको बता दें कि इन दोनों मामलों के लिए लाहौर हाईकोर्ट ने करीब 23 लोगों के बयान दर्ज़ किए हैं। इससे पहले जमात-उद दावा सरगना हाफिज सईद को बीते साल जुलाई में सीटीडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
कोर्ट लम्बे समय से हाफ़िज़ सईद पर होने वाली कार्रवाई को लेकर सुनवाई कर रही थी।
सीटीडी ने कहा है कि जमात-उद दावा सरगना हाफिज सईद गैर-लाभकारी संगठनों और ट्रस्टों के माध्यम से एकत्र किए गए भारी धन से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा था। यह जेल के अंदर से भी बड़े बड़े कारनामे को अंजाम देता था।
एक बार कोर्ट में आतंकी हाफिज सईद की पेशी हुई लेकिन मामले के एक अन्य आरोपी मालिक जफर को अधिकारी पेश नहीं कर पाए जिसके चलते सुनवाई टाल दी गई थी। इसके बाद वकीलों की हड़ताल के चलते भी इस केस की सुनवाई में देरी हुई। इसी बीच हाफ़िज़ सईद जेल के अंदर रहकर भी गंदे खेल को अंजाम देता था। लेकिन कल यानि शुक्रवार को लाहौर की आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) ने हाफिज सईद के खिलाफ चल रहे टेरर फंडिंग से जुड़े दो मामलों में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। जानकारी से ज्ञात हुआ कि ये दो मामलों का बड़ा फैसला आज आ सकता है।