जबलपुर : सिटी अस्पताल की शर्मनाक करतूत, पहले कोरोना मरीज़ का बनाया लाखों में बिल, जमा न करने पर बनाया बंदी, फिर….

मध्यप्रदेश/जबलपुर – मध्यप्रदेश के जबलपुर के सिटी अस्पताल से बड़ा और चौका देने वाला मामला सामने आया है जहां बिल न भरने पर कोरोना मरीज़ को अस्पताल प्रबंधन ने बंदी बना लिया। दरअसल, सिटी अस्पताल की एक और शर्मनाक करतूत सामने आई हैं। यहां पर 5 दिन के अंदर कोरोना के मरीज का डेढ़ लाख रु से ज्यादा का बिल बना दिया गया। इतना ही नहीं, बिल जमा न करने के एवज में कोरोना मरीज को अस्पताल प्रबंधन ने बंदी तक बना डाला। 

बताया जा रहा है कि बरगी निवासी संगीत जैन के बड़े भाई संजय जैन को कोरोना पाॅजिटिव होने के कारण सिटी हॉस्पिटल में 28 मार्च को भर्ती करवाया था। हॉस्पिटल प्रबंधक द्वारा सेमी प्राइवेट वार्ड का प्रतिदिन 5000 रुपए, रोज नर्सिंग सुविधा, डॉक्टर चेकअप और अन्य सुविधा का 2,500 कुल 7, 500 रू तय किया गया। जिसके बाद परिजनों ने 40,000 रू जमा कर दिए। 2 अप्रैल को जब परिजनों ने मरीज का स्वास्थ अच्छा देखा तो हॉस्पिटल प्रबंधक से छुट्टी करने की बात की। इस पर हॉस्पिटल प्रबंधन ने मना कर दिया। इतना ही नहीं प्रबंधन ने 87,659 रुपए हॉस्पिटल का खर्च और 71, 379 रुपए दवाइयों का खर्च की मांग की और मरीज को हॉस्पिटल में बंदी बना लिया गया ।

इसके बाद पीड़ित परिवार ने जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से मदद की गुहार लगाई। वहीं, जानकारी मिलते ही कलेक्टर के आदेश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रत्नेश कुरारिया ने तत्काल डॉ प्रियंक दुबे, नोडल अधिकारी और उनकी टीम को हॉस्पिटल भेजा। टीम ने मरीज के परिवार और हॉस्पिटल प्रबंधक से जानकारी ली और दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाया और मरीज को डिस्चार्ज करवाया। 

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