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जबलपुर : शराब के लिए कलयुगी बेटे ने उतारा पिता को मौत के घाट, लाश को ठिकाने लगाने मां और पत्नी ने दिया साथ देखें video

जबलपुर : शराब के लिए कलयुगी बेटे ने उतारा पिता को मौत के घाट, लाश को ठिकाने लगाने मां और पत्नी ने दिया साथ 
मझगवां थाना अंतर्गत बीड़ी कारखाने के चौकीदार की हत्या का खुलासा
द लोकनीति डेस्क जबलपुर (सिहोरा)

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 मझगवां थाना अंतर्गत बीड़ी चौकीदार की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चौकीदार की हत्या उसके अपने ही बेटे ने शराब के लिए पैसे नहीं देने और आए दिन गाली गलौज कर मारपीट के चलते कर दी थी। इतना ही नहीं बेटे द्वारा पिता की हत्या के मामले में उसकी पत्नी और मां ने भी उसका साथ दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
  एसडीओपी सिहोरा भावना मरावी ने बताया कि मझगवां थाना अंतर्गत वार्ड नंबर 14 टिकुरहाई मोहल्ला निवासी राममिलन कुल (50) की लाश शुक्रवार सुबह मोहल्ले के पास नाली में पड़ी मिली थी। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय सिहोरा भिजवाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने मृत्यु का कारण गला दबाने से होना बताया। जिस पर पुलिस अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 302 और 201 का प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शिवेश बघेल के मार्गदर्शन में टीम गठित कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी शुरू की।
तू काम धाम नहीं करता, आवारागर्दी करता है : मामले की विवेचना के दौरान मृतक के छोटे पुत्र शिवराम कोल (24) को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। कड़ाई से पूछताछ के दौरान शिवराम ने बताया कि मेरा पिता राममिलन कोल अक्सर गाली गलौज देते रहते थे और मेरे साथ मारपीट करते थे। उनसे जब भी पैसे मांगता था तो मेरे साथ गाली गुप्तार कर मारपीट करते थे। जिसके कारण 18 अगस्त को वह रात में शराब की खोज में पानी की टंकी थी की तरफ जा रहा था। तभी उसके पिता राममिलन महाकाली तरफ से आते दिखाई दिए। वह मेरे पास पहुंचे और मुझे गाली देकर बोले कि तू काम धाम करता नहीं आवारागर्दी करता रहता है और यहां वहां घूमता है। मुझे दो-तीन झापड़ मार कर घर ले आए। घर परमा मिथिला भाई और पत्नी काम निकोल बाहर घूमने चले गए थे। पापा राममिलन मुंह हाथ धोने बाथरूम गए थे तभी मैंने वही पड़ा एक बड़ा पत्थर उनके सिर पर मार दिया। जिससे पापा राममिलन कोल वहीं गिर गए, तब मैंने वही रस्सी से पापा का गला दबा दिया। आवाज सुनकर मेरी मां मिथिला भाई वहां आ गई और मुझे हटाया और पापारा राममिलन को हिला डाला कर देखा तो उनकी मौत हो गई।


बेटे को बचाने के लिए पत्नी और मां ने दिया साथ, रात में नाली में ले जाकर फेंका शव : मां मिथिला बाई ने मुझे बचाने के लिए पापा के शव को वहीं रखी प्लास्टिक की टंकी में मेरे साथ उठवा कर डाल दिया। पत्नी कामिनी घूम कर आई तो पापा के जूते देखकर पूछा कि पापा आ गए हैं। वह आंगन की तरफ गई और प्लास्टिक की टंकी का ढक्कन उठाया तो पापा की लाश देखकर चिल्लाने लगी मैंने उसे शांत कर किया। रात 2:00 बजे के लगभग मैंने और मेरी मां मिथिला भाई ने पापा के शव को टंकी से निकाला और बाहर फेंकने के लिए ले गय। मेरी पत्नी कामनी बाहर निकल कर लोगों पर नजर रख रही थी शव को अंधेरे में ले जाकर रोड के किनारे टिल्लू बर्मन के घर के सामने चीप के नीचे नाली में दबा दिया और वापस घर आ गए।
बीड़ी कारखाने में खोजने का नाटक, खुद लिखाई गुमशुदगी की रिपोर्ट : पूछताछ में मृतक की पत्नी मिथिला बाई ने बताया कि बेटे को बचाने के लिए वह अपने पति को खोजने का नाटक कर रात 12:00 बजे मोहन बीड़ी कारखाने गई थी। ताकि को किसी को शक न हो। बाद में मिथिला ने 19 अगस्त को थाने पहुंचकर राममिलन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों शिवराम कोल, मिथिला बाई कोल और कामिनी कोल को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे मामले के खुलासे में थाना प्रभारी एएल सरयाम, उप निरीक्षक जेपी द्विवेदी, थाना खितौला सहायक उप निरीक्षक जीआर सैयाम थानस मझगवां, आरक्षक नीरज चौरसिया एसडीओपी कार्यालय सिहोरा, आरक्षक आरक्षक अमित रैकवार थाना खितौला, आरक्षक महेंद्र मरावी, आरक्षक गगन डेहरिया, आरक्षक देवराज कौरव, आरक्षक आदित्य, कुमार आरक्षक भगवान सिंह साइबर सेल जबलपुर की अहम भूमिका रही।

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