जबलपुर : हालही में जबलपुर के न्यू लाइफ अस्पताल
में हुए अग्निकांड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने इसपर कड़ी नाराज़गी जताई थी। इसके साथ ही अस्पतालों में जांच के आदेश भी दिए थे। जिसके बाद प्रशासन चेता और अस्पतालों की जांच शुरू की।
गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने फायर एनओसी न होने तथा अन्य मापदण्डों को पूरा नहीं करने वाले बारह और निजी अस्पतालों के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं। इन निजी अस्पतालों में जबलपुर शहर के नौ, बरगी का एक एवं कटंगी के दो हॉस्पिटल शामिल हैं।
साथ ही नियमों का पालन न करने पर पंजीयन निरस्त होने वाले इन अस्पतालों में मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है।
इन अस्पतालों की पंजीयन हुई निरस्त
बरगी स्थित राधाकृष्ण हॉस्पिटल
कटंगी स्थित श्री हेल्थ केयर हॉस्पिटल एवं एन व्ही हॉस्पिटल
इसके अलावा अग्रवाल नेत्र चिकित्सालय राईट टाऊन,
छाबड़ा हॉस्पिटल गुरंदी रोड, मेडिलाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल मनमोहन नगर, सिंधु नेत्रालय ग्वारीघाट, मिडास हॉस्पिटल आधारताल, रॉयल हॉस्पिटल गढ़ा रेलवे क्रांसिंग, डॉ.कपिल नर्सिग होम डीएन जैन स्कूल के सामने, खिदमत हॉस्पिटल आधारताल, सिद्धी विनायक हॉस्पिटल नेपियर टाऊन जैसे अस्पतालों के नाम शामिल हैं।
बता दे कि गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा के इन अस्पतालों के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं।
वहीं, इन 12 अस्पतालों को मिलाकर फायर एनओसी नहीं होने तथा अन्य कमियां पाए जाने पर अब तक 24 अस्पतालों के पंजीयन निरस्त किए जा चुके हैं।