इंदौर : होली दहन को लेकर मचा बवाल, कलेक्टर ने दी अनुमति

मध्यप्रदेश/इंदौर – मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच पाबंदियों का दौर शुरू हो गया हैं। कोरोना संक्रमण के कारण राजधानी भोपाल के साथ इंदौर समते प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन के कारण होली फीकी पड़ गई हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार लगातार बैठकें कर कड़े फ़ैसले ले रहीं हैं। बता दे कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण जुलूस, सामूहिक आयोजन रोक लगा दी गई हैं। वहीं, भोपाल में सुबह 6:15 बजे होली जलाने का फैसला लिया गया हैं। जबकि, इंदौर में होलिका दहन को लेकर बवाल मचा हुआ हैं। पहले प्रशासन यहां होलिका दहन को प्रतिबंधित कर दिया था। 

लेकिन अब जिला प्रशासन ने यहां होली दहन की अनुमति दे दी हैं। अब इंदौर में होली पर (Holi) होलिका दहन किया जा सकेगा। 

दरअसल, शनिवार को कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 28 एवं 29 मार्च की दरमियाना रात में मुख्य मार्ग, चौराहों बड़े मैदान आदि में होलिका दहन नहीं किया जा सकेगा। इसे कॉलोनी के अंदर ही मनाना होगा। इसी तरह शब-ए-बारात भी प्रतीकात्म रूप से, किसी मोहल्ले विशेष के निवासियों द्वारा उसी मोहल्ले से संबंधित कब्रिस्तान में ही मनाया जा सकेगा। कब्रिस्तान कमेटी को सुनिश्चित करनी होगा कि किसी भी एक समय में 20 लोग से ज्यादा इकट्ठे न हो। साथ ही किसी भी मोहल्ले के रहवासी दूसरे मोहल्ले में नहीं जा सकेंगे।

इस से पहले इंदौर में होलिका दहन रोकने के जिला प्रशासन के फैसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आप्पत्ति जताते हुए सवाल खड़े किए थे । कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए लिखा था की – इंदौर जिला प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से होलिका दहन नहीं करने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला हैं। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस फैसले पर पुनर्विचार करे। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। 

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