आयकर विभाग का सबसे बड़ा छापा/राघवेंद्र सिंह का अरविंद भदौरिया से क्या है कनेक्शन?? जानें पूरा मामला !

भोपाल : आयुषी जैन : आयकर विभाग द्वारा भोपाल सहित राजधानी के 3 शहरों में फेथ बिल्डर्स राघवेंद्र सिंह तोमर के साथ अचल नाथ बिल्डर्स के भी कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की..

आयकर सूत्रों के अनुसार तोमर होशंगाबाद एसपी संतोष सिंह के रिश्तेदार हैं और इनके काम में दो मंत्रियों ने भी पैसा लगाया है होशंगाबाद एसपी संतोष सिंह के साले फेथ बिल्डर्स ग्रुप के 10 ठिकानों पर आईडी की छापेमारी हुई है, छापे के बाद से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है वही छापामार कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने भी ट्वीट कर फेथ बिल्डर्स के साथ प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के साथ संबंधों को लेकर सवाल उठाए हैं उन्होंने कहा है ऑपरेशन लोटस के दौरान विधायकों के खरीद-फरोख्त में फिफ्थ बिल्डर की भूमिका रही है..

प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली से आईटी टीम द्वारा या छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है इसकी शुरुआत भोपाल में चुना भट्टी स्थित खेत बिल्डर के मुख्य कार्यालय से हुई इसके अलावा भोपाल के ही पुराने शहर में उसके कई ठिकानों पर छापा मारा गया इसके साथ ही उससे जुड़े होशंगाबाद और इंदौर के ठिकानों पर भी छापे की कार्यवाही चल रही है.. 
आपको बता दें राघवेंद्र सिंह फेस बिल्डर्स के अलावा क्रिकेट क्लब डेरी, होटल और रेस्टोरेंट के व्यवसाय से भी जुड़ा है..
जानकारी के अनुसार, कुछ मंत्रियों एवं 12 आईएएस आईपीएस भी कंपनियों में पत्नी और परिवार के नाम से निवेश किए हैं कार्रवाई बिल्डर और डेवलपर्स भोपाल के चौक बाजार कोलार में चुना भट्टी बिल्डर और राघवेंद्र तोमर के निवास और पार्टनर सहित डेढ़ दर्जन जगह कार्यवाही चल रही है सूत्रों के अनुसार अब तक भारी काली कमाई के कागजात सामने आए हैं, इतना ही नहीं बिल्डर के एक रिश्तेदार आईपीएस अफसर राजधानी के ही करीबी जिले में पदस्थ हैं..

 

500 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति की आशंका आयकर विभाग ने जताई है गुरुवार को भोपाल में आयकर विभाग ने बिल्डर और प्रमोटर पर ताबड़तोड़ छापे की कार्रवाई की आपको बता दें इसमें भोपाल में छोटे से चूड़ी व्यापारी से रातों-रात अरबपति बने पियूष गुप्ता की कंपनियां शामिल है..

फिर बिल्डर के मालिक मध्य प्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी के साले हैं भोपाल के जो बिल्डर और व्यवसाई आयकर के निशाने पर हैं उनमें बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर पियूष गुप्ता फारुख नसीमुद्दीन महेंद्र गोदा विपिन जैन राजकुमार जोहरी प्रकाश चंद्र पर्यानी पूनम गुप्ता पिछले दिनों मुंबई में एक मॉडल के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार जोहरी का बेटा राहुल जौहरी के नाम से शामिल है..

दरअसल पिछले साल ईडी के डायरेक्टर को एक शिकायत हुई थी कि जिसमें भोपाल के अधिकारियों का पैसा फैथ बिल्डर और पीयूष गुप्ता की कंपनियों में लगे होने की जानकारी दी गई थी। ईडी ने केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को पत्र लिखकर जांच कराई। बताया जाता है कि प्रत्यक्ष कर बोर्ड की गोपनीय जांच में पता चला था कि इन बिल्डर के पास प्रदेश के रिटायर अधिकारियों का लगभग पांच सौ करोड़ रुपये लगा है। जिसे उन्होंने एकेडमी और कई प्रोजेक्ट में निवेश किया है। इस संपत्ति से भोपाल में 357 एकड़ जमीन, 22 रेसीडेंसियल प्लाट, 7 फ्लेट, 6 मकान, 4 डुप्लेक्स, 2 होटल/रिसोर्ट एवं 8 रेसीडेंसियल प्रोजेक्ट, 2 शापिंग मॉल, 4 दुकानें, 2 होटल्स आदि में निवेश किया है। आयकर विभाग ने अभी इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।

नरेंद्र सलूजा ने पूछा कि मंत्री भदौरिया का राघवेंद्र सिंह से क्या रिश्ता है? किन-किन और मंत्रियों की राघवेंद्र तोमर से निकटता है? किस मंत्री की काली कमाई इनके पास लगी हुई है? भाजपा के कई बड़े नेताओं की नज़दीकी की तस्वीरें तोमर के साथ सोशल मीडिया पर हैं।

सलूजा ने कहा कि भाजपा की ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अंतर्कलह चरम पर है और यही इस छापे की वजह है। भाजपा के गुटों में अब एक दूसरे को निबटाने का खेल शुरू हो गया है। एक मंत्री की अति और बढ़ते कद के पर कतरने के लिए ये छापे मारे गए हैं। पैसे में भी गोलमाल इसकी वजह हो सकती है। मंत्री भदौरिया होम क्वारैंटाइन भी बिल्डर के आशियाने पर ही हुए थे।

कोरोना काल के चलते पूरे देश में आयकर विभाग ने छापे की कार्यवाही पर रोक लगा रखी है भोपाल में इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण माना जा रहा है गुरुवार सुबह आयकर विभाग की 1 दर्जन से अधिक टीमों ने भोपाल के अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ कार्रवाई की..

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