हनी ट्रैप मामले में आयकर विभाग ने एसआईटी पर लगाया आरोप,कहां- वित्तीय जानकारी नही दे रही एसआईटी
- आयकर और एसआईटी में तकरार
- वित्तीय जानकारी न देने का एसआईटी पर लगा आरोप
- दो बार चिट्ठी लिख चुका है आयकर विभाग
हनी ट्रैप मामला इस साल का बहुचर्चित मामला रहा है जिसके जांच टीम अब तक इसे पूरी तरह से नही सुलझा पाई है। एक तरफ आयकर विभाग जांच में लगी हुई तो दूसरी तरफ एसआईटी जांच में जुटी हुई है। लेकिन आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने कहा है कि दो बार चिट्ठी भेजने और कई बार मौखिक अनुरोध के बाद भी एसआईटी हनी ट्रैप में हुए वित्तीय लेन-देन की जानकारी साझा नहीं कर रही। उधर, एसआईटी का कहना है कि अब तक जो कैश जब्त किया गया है, उसकी जानकारी आयकर विभाग को दी जा चुकी है। उन्हें ज्यादा जानकारी चाहिए तो हाईकोर्ट जाना होगा।
आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग के डायरेक्टर इंटेलिजेंस आलोक जौहरी ने कहा कि विंग ने सितंबर में हनी ट्रैप मामले का खुलासा होने के तुरंत बाद एसआईटी को चिट्ठी लिखकर आरोपी महिलाओं को मिले पैसे की डिटेल साझा करने को कहा था। इसके बाद नवंबर माह में दूसरी बार एसआईटी को चिट्ठी लिखी गई, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। जौहरी का कहना है कि मीडिया खबरों के आधार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए विभाग अपने स्तर पर इसकी छानबीन नहीं कर सकता। उसे इस मामले में जांच के लिए कुछ पुख्ता दस्तावेज चाहिए, जो उन्हें अब तक नहीं मिले हैं।