मनमानी कर रही हैं इमरती देवी, अब जता रहीं एहसान, RSS में बढ़ी नाराजगी, "मंत्री पद" तो गया, यह पद मिलना भी है मुश्किल!

MP:- मनमानी कर रही हैं इमरती देवी, अब जता रहीं एहसान, RSS में बढ़ी नाराजगी, “मंत्री पद” तो गया, यह पद मिलना भी है मुश्किल!  

इमरती देवी ने अब तक नहीं दिया मंत्रीपद से इस्तीफा 
RSS की बढ़ रही नाराजगी 
नगर निगम मंडल के पद भी हाथ से जा सकते हैं 

 भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव :-मध्य प्रदेश में उपचुनाव के परिणाम सामने आ गए भारतीय जनता पार्टी को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई तो वही 9 सीटें कांग्रेस के खाते में गई

 डबरा विधानसभा सीट से उपचुनाव में इमरती देवी भाजपा की प्रत्याशी पर डबरा की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि नहीं चुना.. 
सिंधिया  समर्थक तीन मंत्रियों को उपचुनाव में हार मिली. 

 कई दिनों से इमरती देवी को नैतिकता के नाते इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है पर इमरती देवी भोपाल दुआएं पर बिना इस्तीफा दिया वापस लौट गई. जबकि सिंधिया समर्थक दो मंत्री जिन्हें उपचुनाव में हार मिली उन दोनों मंत्रियों एंदल सिंह कंसाना और गिर्राज दंडोतिया ने इस्तीफा दे दिया है. पर अभी तक इमरती देवी ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. 

 इमरती देवी रख रही हैं मनमानी शर्तें :-
 बीजेपी कार्यालय में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है कि इमरती देवी मनमानी शर्ते रख रही है. इसके साथ ही बातों बातों में वह बार-बार एहसान जताने की कोशिश कर रही हैं. 
 एहसान जताते हुए उन्होंने कई बार कहा कि अगर वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल नहीं होती तो शिवराज सिंह चौहान की सरकार नहीं बन पाती. 
 ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि चुनाव हारने के बाद इमरती देवी को नगर निगम मंडल में जगह दी जाएगी.. 
 ज्योतिरादित्य सिंधिया भी यही चाहते हैं कि उनके समर्थक हारे हुए मंत्रियों को नगर निगम मंडल में उच्च पद दिए जाए.. पर ऐसा लग रहा है कि इमरती देवी के इस व्यवहार से भाजपा खफा हो सकती है. और उनसे निगम मंडल में पाए जाने वाले पद भी छिन  सकते हैं. 
 इमरती देवी ने अभी तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है इस बात को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में काफी नाराजगी है. 
 अभी कहां जा रहा है कि मूर्ति देवी को नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में भी दूर रखा जाएगा.. 
 भाजपा का कहना है कि यह अनुशासनहीनता है. और ऐसी अनुशासनहीनता भाजपा कतई स्वीकार नहीं करती. इमरती देवी ने पार्टी को बदलने पर उन्होंने भाजपा के रीति नीति नहीं सीखें… 

 कांग्रेस बार-बार भाजपा में शामिल हुए विधायकों को करती रही आगाह :- 
 सिंधिया समर्थक विधायक जो भारतीय जनता पार्टी में मार्च में शामिल हुए, हम पर कांग्रेस बार बार निशाना साथी रही और साथ ही उन्हें आगाह भी करती रही. कि उनका यह सम्मान ज्यादा दिनों तक का नहीं है

 और इमरती देवी को लेकर जिस तरह RSS नाराजगी दिखा रहा है उसे देखकर ऐसा ही मालूम हो रहा है कि भाजपा की जरूरत अब खत्म हो चुकी है उनकी सरकार बन चुकी है.. ऐसे में क्या भाजपा इमरती देवी के मनमानी मांगों को पूरी करेगी या उन्हें निगम मंडल से दूर रखा जाएगा….???

 

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