भोपाल : हालही में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविन्द सिंह को मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया।
दरअसल, कमलनाथ लंबे समय से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दोनों पदों पर बने हुए थे, इसे लेकर पार्टी में अंदरूनी खींचतान भी चल रही थी। जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया।
इधर, भाजपा पहले से ही इसको लेकर कांग्रेस पर हमलावर थी। भाजपा लगातार कमलनाथ को इस मुद्दे पर घेरी हुई थी, और कमलनाथ के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहीं थी।
वहीं, अब विरोधी बयानों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने संगठन की चिंता करे, कांग्रेस के संगठन की चिंता छोड़ दे। रही बात नेता प्रतिपक्ष पद छोड़ने की तो मैं खुद नेतृत्व से 2 माह पहले ही आग्रह कर चुका था।
कमलनाथ ने कहा कि मैंने खुद ही गोविंद सिंह जी के नाम का का प्रस्ताव रखा था। मेरे ऊपर दोहरी जिम्मेदारी थी, मुझे चुनावी तैयारी भी करना है, इसलिए मैं इस पद को छोड़ना चाहता था। मैं चाहता था कि जवाबदारी किसी और को मिले ताकि मैं अपना पूरा ध्यान चुनाव पर लगा सकू।
गौरतलब है कि भिंड जिले की लहार विधानसभा से डॉ गोविन्द सिंह विधायक है, वे 7 बार के लगातार विधायक हैं, कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं, अर्जुन सिंह दिग्विजय सिंह गुट के नेता हैं।