भोपाल : मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की दिग्गज नेत्री ने ठान लिया है कि वो राज्य में शराबबंदी करवा के ही रहेंगी। हालही में उन्होंने दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में फिर वोही बात दोहराई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में मैं शराबबंदी करवाकर ही रहूंगी। जो मैं कहकर आई हूं…मैं शब्द अब नहीं बदलने वाली, वही शब्द हैं बिल्कुल, आप कह रहे हो वह सही कह रहे हो। आप उसे (स्टेटमेंट के फुटेज) निकाल लो, मेरे शब्द ज्यों के त्यों हैं। उसमें कोई बदलाव नहीं है।
हालांकि, इस दौरान उमा भारती ने ये भी कहा कि सीएम शिवराज मेरा सम्मान करते हैं , मैं शिवराज जी का बहुत सम्मान करती हूं। शराबबंदी की बात कहना सरकार के खिलाफ नहीं है, शराब के खिलाफ है। मैं शराब के खिलाफ हूं, सरकार के खिलाफ नहीं।
उमा भारती ने आगे कहा कि मेरे सामने संकट खड़ा हो गया है, मेरे साथ दो साल से हो रहा है, जो तिथि मैं घोषित करती हूं, उसी तिथि के पहले में या तो ओमिक्रॉन होता है या कोरोना होता है। देखिए पहले कोरोना हो गया, उस साल भी गंगा सागर नहीं पहुंच पाई। उसके भी पहले साल पहली लहर के कारण नहीं पहुंच पाई और दोनों पांव फ्रैक्चर थे। अभी देखिए, ओमिक्रॉन सबसे ज्यादा बंगाल में हुआ।
उमा भारती ने ये भी बताया कि पश्चिम बंगाल की सरकार घोषणा की है कि वे मुझे 14 तारीख को गंगासागर नहीं पहुंचने देंगी। इससे पहले मार्च में कोरोना कहर बरपा रहा था। उसी प्रकार से गंगा सागर पर भी मुझे अब तक पहुंचना था। अब कुछ नहीं मान सकते हैं, जब तक मैं गंगासागर पहुंच न जाऊं और जब तक यह ओमिक्रॉन की लहर ना खत्म हो जाए। मेरे इरादे तय हैं और शराबबंदी करवाकर रहूंगी। तारीख तय नहीं, वह परिस्थिति के हिसाब से होगी।