- राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर शामिल हुए गृहमंत्री अमित शाह
- पार्टी में आना है तो मेहनत करना होगा संगठन को मजबूत बनाना होगा
- कांग्रेस सिर्फ बोलती है भाजपा करके दिखती है: अमित शाह
जबलपुर/प्रियंक केशरवानी :- शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जबलपुर आगमन हुआ जहा पर उन्होंने कार्यकर्ताओं को शहीद स्मारक में आयोजित बूथ अध्यक्ष कार्यक्रम में उद्बोधन देते हुए बताया कि वह किस तरह से पार्टी में इस स्तर तक पहुंचे है. भारतीय जनता पार्टी में मेरी पहली जिम्मेदारी बूथ स्तर से हुई है, जहां पर मैं भी बूथ पर पर्ची बांटने का काम करता रहा, भाजपा ने मुझे वहां से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जो कोई और पार्टी में नहीं हो सकता है. यहां कोई चांदी की चम्मच लेकर पैदा नहीं होता है, यहां मेहनत के बल पर ही आगे बढऩे का मौका मिलता है।
भाजपा ऐसी पार्टी है जो चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री बना सकती है, पार्टी में सिर्फ मेहनत का मोल है
केन्द्रीय मंत्री शाह ने कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जिसने चाय बेचने वाले को भी प्रधानमंत्री बना दिया, यहां पर मेहनत का मोल है, यहां पर पार्टी के लिए समर्पित होकर काम किया जाता है. कोरोना काल के कारण मैं भी बहुत समय बाद इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के बीच आया हूँ. मेरा दायित्व बदल गया मैं संगठन से सत्ता में आ गया कार्यकर्ताओं के बीच जाना कम हो गया उसके बाद कोरोना काल आ गया पर जब कार्यकर्ताओ के बीच और विशेषकर बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में जाता हूं तो याद आता है कि मैंने भी जब पार्टी का कार्य प्रारंभ किया तो सबसे पहले बूथ अध्यक्ष बना था. उन्होंने कहा बाकी दलों में आप किसी घराने से हो या परिवार से हो तब ही आपको नेतृत्व करने मिलता है लेकिन भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता भी अपनी मेहनत और निष्ठा से कार्य करते हुए आगे बढ़ सकता है इसीलिए आपसे कहना चाहता हूं आपके लिए स्थान खुला है मेहनत कीजिये संगठन को मजबूत कीजिये और आगे आइए।
भाजपा कार्य करती है और कांग्रेस केवल प्रमाण मांगती रह जाती है
वहीँ अमित शाह ने कांग्रेस को भी निशाना साधते हुए कहा कांग्रेस बोलने का कार्य करती है जबकि भाजपा कार्य करती है उन्होंने गरीबी हटाओ का सिर्फ नारा दिया किन्तु हमारी सरकार ने देश की जनता के स्तर को उठाने का कार्य कर रही है. देश मे जब सर्जिकल स्ट्राइक होती है तो भाजपा कार्यकर्ता छाती फुलाकर घुमता है लेकिन कांग्रेस वाले प्रमाण मांगते रह जाते है. मैं राहुल बाबा से कहना चाहता हूं प्रमाण तो कई और बातों के मांगे जा सकते है इसीलिए राजनीति अपनी जगह है किन्तु जब देश की बात आये तो सबको एक होना चाहिए।