पशुचिकित्सका के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना से राज्य हुआ ग़मगीन

27 साल की पशुचिकित्सका के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया. जिसमें साइबराबाद पुलिस ने चार लोगों को संदिग्ध माना है. इस भीषण हादसे ने राज्य के माहौल को ग़मगीन बना दिया. इस जघन्य अपराध के विरोध में लोग सड़क पर उतर आये.

मामला शमशाबाद इलाके के टोंडुपल्ली टोल प्लाजा का है. जहाँ पशुचिकित्सिका के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई. हत्या के बाद शव को रंगा रेड्डी जिले के चटनपल्ली पुल पर 25 किमी दूर जला दिया गया. गुरुवार सुबह पुलिस को शादनगर के पास पीड़िता का शव मिला. 

जांच में पता चला है कि पीड़िता अपने घर से शमशाबाद के कुल्लुरू गांव के पशु अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए निकली थी. शाम को टोल प्लाजा पर पहुँच पीड़िता ने अपनी स्कूटी खड़ी कर,एक त्वचा विशेषज्ञ से मिलने हेतु गाचीबोवली जाने के लिए कैब ली. जब वह लगभग 9 बजे उसी स्थान पर वापस आई तो उसने दोपहिया को पंचर पाया.

पुलिस को शक है कि पीड़िता को फंसाने के लिए अपराधियों द्वारा वाहन को जानबूझकर पंचर किया गया था. हिरासत में लिए गए लोगों में एक ट्रक ड्राइवर और एक क्लीनर शामिल हैं. आरोपी द्वारा लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गयी और शव को जला दिया. 

पीड़िता के कपड़े, जूते और शराब की बोतल को पुलिस ने टोल प्लाजा के पास से बरामद किया. जहां उसने अपनी स्कूटी खड़ी की थी.

पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने अपनी बहन को रात करीब 9.45 बजे फोन किया कि उसकी गाड़ी पंचर हो गई है और किसी ने उसकी मदद करने की पेशकश की है. उन्होंने उसके वाहन को मरम्मत के लिए ले जाने का वादा किया था. पीड़ित की बहन ने उसे वाहन छोड़ने, टोल प्लाजा पर जाने और कैब से घर लौटने की सलाह दी थी. हालांकि जब बहन ने बाद में उसे वापस बुलाया, तो उसका मोबाइल फोन बंद हो चुका था. इसलिए परिवार ने पुलिस के पास लगभग 11 बजे एक गुमशुदगी दर्ज कराई.

तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने शुक्रवार को इस घटना की निंदा की और मामले की व्यक्तिगत निगरानी करने का वादा किया. मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के बेटे रामा राव ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिले.

बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने पशु चिकित्सका की कथित हत्या की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया है. NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने एक ट्वीट में कहा कि महिलाओं का पैनल तब तक “कोई कसर नहीं छोड़ेगा” जब तक कि अपराधियों को वो सजा नहीं मिलती जिसके वो हकदार हैं.

साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वी.सी. सजनार को लिखे पत्र में शर्मा ने कहा कि आयोग इस घटना से परेशान है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर है.

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