सभी खबरें

हनी ट्रैप में और कितने वीडियों होंगे लीक,मामलें में FIR के बाद इंदौर के अमित सोनी गिरफ्तार, पिता जीतू सोनी फरार 

भोपाल / इंदौर :- मध्यप्रदेश का बहुचर्चित हनी ट्रैप मामला :- कारोबारी और मीडिया संस्थान के मालिक के ठिकानों पर पुलिस रेड,  होटल से 67 महिलाएं मिलीं, प्रकरण दर्ज। पुलिस का कहना आरोपी के यहाँ से 150 करोड़ के 30 रजिस्ट्रियां ,साथ ही यह भी खुलासा हुआ है की ग्राहकों को लुभाने के लिए होटल के डांस बार में थीं 67 लड़कियां, बनाए जाते थे अश्लील वीडियो। 
साथ ही साथ पुलिस ने सोनी के घर से कई पेनड्राइव व सीडिया भी ज़ब्त की 
(सम्भवतः इसी में हनी ट्रेप से सम्बंधित वीडियों अथवा वीडियों रखे गए हों)

  • पर सबसे बड़ा सवाल यहीं की साँझा लोकस्वामी के हाथ कैसे लगे यह वीडियों ?
  • क्या इन वीडियों के जरिये (वायरल कर देने की धमकी ) कोई खरीद फरोख्त भी होती थी ?
  • सबसे बड़े सवाल और प्रमुख सवाल :-
  • कौन कर रहा है हनी ट्रेप के वीडियों लीक ?
  • और कितने वीडियों होंगे लीक ?
  • SIT व जांच एजेंसी की कड़ाई के बाद भी कैसे हो रहे वीडियों लीक ?
  • किसके शह पर हो रहा यह कारनामा ?
  • अभी तक कितने लोगों के राज़दारों के राज हो रहे बेनकाब ?
  • क्या खरीद फ़रोख़्त का ज़रिया बन गया है हनी ट्रेप ?
  • सरकार के रिटायर्ड शीर्ष अधिकारी का वीडियों लीक होने के बाद हरकत में आई सरकार ?
  • सरकार क्यों नहीं कर रहीं इसका पूरा खुलासा ?
  • आखिर सरकार के पास यदि हार्डड्राइव है तो इतने दिनों तक क्यों किया जा रहा है, इस नाटक का मंचन ?

इंदौर में सांझा लोकस्वामी के नाम से वेबसाइट पोर्टल व पत्रिका चलने वाले जीतू सोनी के ऊपर क्यों हुई कार्यवाही ?
 यह सब ऐसे प्रश्न है जिसका जवाब जानने की आप लोगों को बहुत उत्सुकता हो रही होंगी। 
हालांकि इस विषय में कुछ लोगों का यह भी कहना है की लीगल ब्लैकमेलिंग की तरह आरोपियों का इस्तेमाल करना गैर कानूनी है। 
तो वहीँ कुछ इसे हनी ट्रैप मामले में सच दिखाने पर सरकार का धावा व हमला बता रहें हैं। 
आपको बता दें की शनिवार देर रात इंदौर स्थित जीतू सोनी के संझा लोकस्वामी के कई प्रतिष्ठानों जैसे की उनके गीता भवन स्थित होटल माय होम सहित उनके घर व प्रेस पर पहुंचे भारी पुलिस बल के साथ एक साथ शासन के 09 विभागों ने कार्यवाही की थी। 
यहाँ आपको बताते चले की इस हनीट्रैप मामले में प्रदेश के कई राजनेता, अधिकारी ,व्यापारीयों का नाम भी कथित रूप से सामने आने की बात थी। 
जिसको लेकर भी प्रदेश के इन हाईप्रोफाइल लोगों में भय और शक का माहौल व्याप्त था। और अभी हालही में लीक हुए पूर्व मंत्री शर्मा व शासन के पूर्व शीर्ष अधिकारी मिश्रा के लीक Audio or Video ने तो राजनितिक गलियारें व प्रशासनिक सिस्टम में जिस तरह से हलचल मचा दी थी। वह जगज़ाहिर हैं। 

यह भी एक वजह मानी जा रहीं हैं की लोकस्वामी पर इसी वजह से कार्यवाही की गई हो, ताकि उसके माध्यम से अन्य वीडियों और ऑडियो लीक ना होने पाए। 


हम आपको बता दें की इस मामलें में पुलिस ने एडिटर लोकस्वामी योगेन्द्र जोशी को दफ्तर में जाने से भी रोका व साथ ही साथ लेट नाइट उनके कार्यालय, घर समेत अन्य प्रतिष्ठानों में छापा भी मारा था, साथ ऑफिस को भी सीज कर दिया गया था। जिसकों लेकर की पत्रकारिता जगत के कई लोगों ने भी इसको पत्रकारिता जगत की आवाज़ दबाने व अन्य वजहों से भेदभाव की कार्यवाही भी बताया था। 

हालांकि इस मामलें में पुलिस का यह जवाब भी सामने आया है की नगर निगम के निलंबित कमिश्नर व पूर्व में भी हनी ट्रेप मामलें में दिखाई दे चुके हरभजन सिंह ने पुलिस को यह शिकायत की थी उनके वीडियों का इस्तेमाल कर उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है। 
बता दें की यह FIR ही मुख्य वजह बना इस कार्यवाही की। पुलिस का कहना आरोपी के यहाँ से 30 जमीनों के जायजाद ,इंदौर स्थित माय होम होटल से 29 युवतियां,पेनड्राइव(सम्भवतः इसी में हनी ट्रेप से सम्बंधित वीडियों अथवा वीडियों रखे गए हों। 
खैर सच चाहे जो भी हों, पर हो ना हो यह हनीट्रैप मामला जितना आसान दिखाई पड़ता है उतना आसान हैं नहीं। 
 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button