मध्यप्रदेश/मुरैना(Morena) – :बताया जा रहा है कि दो नर्सों के बुधवार को कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद अन्य नर्सों ने गुरुवार को काम बंद करके जिला अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सीएस (CM)और सीएमएचओ(CMHO) पर कई गंभीर आरोप लगाए।
अब उनका कहना है कि जब भी सीएस व सीएमएचओ से पीपीई(PPT) किट देने की मांग की जाती है तो वे मना कर देते हैं। कहते हैं, 'नौकरी करनी है तो ऐसे ही बगैर किट के करनी होगी। ज्यादा करोगी तो एफआईआर(FIR) दर्ज करा देंगे और ट्रांसफर(Transfr) करा देंगे।' नर्सों ने कहा कि आप ही बताएं क्या हमारी जान से अधिक कीमती है पीपीई किट, मास्क व ग्लब्ज। हमारी दो नर्सें इसलिए कोरोना पॉजिटिव हो गईं, क्योंकि उन्हें अफसरों ने पीपीई किट व सुरक्षा के साधन नहीं दिए। अफसरों ने अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल नहीं, बल्कि क्वारंटाइन सेंटर बना दिया है।
आब सभी नर्सों में संक्रमण फैलने की आशंका हो गई है। यह बात अस्पताल में मेडिकल वार्ड में भर्ती कोरोना(Corona) संदिग्धों के उपचार में लगी नर्सों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद आक्रोशित नर्सों ने मीडिया से कही। मेट्रन व सीनियर नर्सों के नेतृत्व में अस्पताल की नर्सों ने काम बंद कर अस्पताल के पोर्च में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल(R C bandil), सीएस डॉ. अशोक गुप्ता (Ashok gupta) पहुंचे। नर्सों ने दोनों अफसरों को ज्ञापन दिया और सुरक्षा देने की मांग की।
4 घंटे तक हुआ काम प्रभावित
नर्सों के आक्रोश व काम बंद करने की वजह से सुबह 8 बजे से लेकर करीब 12 बजे तक काम प्रभावित रहा। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने उनकी सभी मांगें मानने का आश्वासन दिया तब कहीं स्टाफ नर्स काम पर लौटीं।
पॉजिटिव मिली नर्स ने किया व्हाट्सएप मैसेज
कितनाबार बोला था सभी को कि सुरक्षा किट (पीपीई किट) व मास्क के लिए कलेक्टर के पास कलेक्ट्रेट चलो। तब कोई आगे नहीं आया। यदि सभी चले होते तो आज मैं कोरोना पॉजिटिव नहीं होती।' यह बात बुधवार को कोरोना पॉजिटिव आई एक नर्स ने अपनी साथी नर्स को व्हाट्सएप पर लिखा। नर्स ने आगे लिखा कि यदि उसी समय सीएस, सीएमएचओ और कलेक्टर के सामने सभी नर्सें अपनी-अपनी मांग एक साथ रखते तो सभी के लिए सुरक्षा व्यवस्था की जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसी न किसी नर्स की ड्यूटी तो वार्ड में लगेगी ही। आज वह पॉजिटिव हुई है तो कल दूसरी नर्स पॉजिटिव होगी।