Free Public Transport : एक ऐसा देश जहां फ्री हो गई है पब्लिक ट्रासंपोर्ट, क्या भारत में भी ऐसा हो सकता है ?

Bhopal Desk, Gautam : दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले लोगों को दी गई फ्री सुविधाएं के ऊपर तमाम सवाल जवाब किए गए थे, यहां तक कि लोगों का यह कहना था कि दिल्ली के लोग मुफ्त खोर हैं और इसी वजह से केजरीवाल दिल्ली में जीत पाए | बता दें कि दिल्ली में महिलाओं के लिए बस(Bus) एवं मेट्रो (Metro) यात्रा फ्री कर दी गई है | पर हमारी खबर यह नहीं हम आपको यह बताना चाहते हैं कि दिल्ली तो मात्र एक प्रदेश है लेकिन दुनिया के नक्शे पर एक ऐसा देश है जिसने अपने देशवासियों  के लिए सार्वजनिक परिवहन यानी कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मुफ्त कर दिया है | इस देश का नाम है लक्जमबर्ग, लक्जमबर्ग यूरोप का सबसे छोटा देश है |

आपको बताते हैं कि कैसा है लक्जमबर्ग
 पश्चिम यूरोपीय देश लक्जेमबर्ग की राजधानी है लक्जेमबर्ग (Luxemburg) सिटी। लक्जेमबर्ग की कुल आबादी 1 लाख 10 हजार है और ये तीन अहम यूरोपीय देशों फ्रांस(France), जर्मनी (Germany)और बेल्जियम(Belgium) से घिरा हुआ है। लक्जेमबर्ग यूरोपियन यूनियन(Europian Union) का मेंबर होने के साथ यूरो इस्तेमाल करने वाला देश भी है। पोलैंड(Poland) जैसे और भी कई ऐसे देश हैं जो यूरोपियन यूनियन के मेंबर हैं लेकिन यूरो का इस्तेमाल नहीं करते हैं। 

 

      

 

2011 में, लक्समबर्ग को दुनिया में दूसरी सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति जीडीपी $80,119 (पीपीपी) के रूप में स्थान दिया गया था, शहर को बैंकिंग और प्रशासनिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया था। 2011 में मर्सर ने 221 शहरों के विश्वव्यापी सर्वेक्षण में, लक्समबर्ग को निजी सुरक्षा के लिए पहले स्थान रखा था, जबकि जीवन की गुणवत्ता के लिए इसे 19वीं स्थान प्राप्त हुआ था।

 

 क्या भारत में ऐसा हो सकता है
अगर भारत के मामले में देखा जाए तो जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है। सरकार पहले से ही फिजिकल डेफिसिट यानी कि वित्तीय घाटे में चल रही है। हमारे पड़ोसी चीन और पाकिस्तान से संबंध कुछ ऐसे हैं या बोले कि उनकी हरकतें ऐसी हैं कि हमे अपने डिफेंस सिस्टम पर भी कुछ ज्यादा ही खर्चा करना पड़ता है। दूसरी बात अभी भारत का पूरा ध्यान  अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप  करने में लगा हुआ है ऐसे में भारत जैसे देश में अभी यह संभव नहीं है कि आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री कर पाए। 

Exit mobile version