- कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी
- किसान महापंचायत ने 27 सितंबर को भारत बंद का किया आह्नान
- रोकी जाएंगी ट्रेनें-बसें, सब रहेगा बंद
- राकेश टिकैत बोले, जरूरत पड़ी तो दे देंगे हम अपनी जान
नई दिल्ली : रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती है, हमारा धरना जारी रहेगा। अगर जरूरत पड़ी तो हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन हम वहां से हटेंगे नहीं। जब तक हम जीत नहीं जाते हैं, हमें कोई भी ताकत वहां से हटा नहीं सकती है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश की आजादी के लिए तो 90 साल तक संघर्ष हुआ था और हमें नहीं पता कि यह अब कितना और लंबा चलेगा। हमने शपथ ली है कि मरते दम तक हम धरनास्थल से हटेंगे नहीं। भले ही वहां पर हमारी कब्र ही क्यों न बना दी जाए। उनका कहना है कि जबतक काले कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा। हम शहीद हो जाएंगे, लेकिन मोर्चा डटा रहेगा।
दरअसल, मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। इसी बीच एक बार फिर किसान महापंचायत ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्नान किया है। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इस दौरान सबकुछ बंद रहेगा। उस दिन ट्रेनें और बसें भी रोकी जाएंगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि 9 महीने से लाखों लोग दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे है और 22 जनवरी से सरकार से हमारी बातचीत बंद है। इस मांग को लेकर अब तक हमारे सैकडों किसान भी शहीद हो गए हैं लेकिन सरकार ने जवाब नहीं दिया। जब सरकार हमें बुलाएगी हम वार्ता के लिए जाएंगे।