किसान आंदोलन: ड्रोन कैमरे से किसानों पर रखी जा रही नजर
किसान आंदोलन: ड्रोन कैमरे से किसानों पर रखी जा रही नजर
- दिल्ली कूच पर अडे किसानों पर फिर छोडे गए आंसू गैस
- दिल्ली स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की तैयारी
- दिल्ली से सटे हरियाणा-पंजाब की सभी सीमाएं सील
राजकमल पांडे
दिल्ली/केन्द्र के कृषि कानून के विरोध में पिछले दो महीनों किसान विरोध प्रदर्षन कर रहे हैं। कोविड-19 में किसान अपनी जान हथेली में लेकर दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। सिधु और टीकरी की सीमाओं में भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं, बावजूद इसके किसानों को रोक पाने में पुलिस बल नकाम साबित हो रही है। किसानों पर निरंतर आंसू गैस के गोले छोडे जा रहे हैं। पर किसान अपना कदम पीछे खीचने को तैयार नहीं है।
किसानों vs पुलिस
कई किलोमीटर लंबा जो जाम सड़क पर लग रहा है, वह भी एक बफर बैरिकेड ही है। लोहे के बैरिकेड तो किसान तोड़ देंगे लेकिन जाम में फंसे जो लोग अपने-आप में बैरिकेड का काम करेंगे उसका किसान क्या करेंगे। अब ये सही हो या गलत, हमें यही आदेश हैं। किसानों को वापस लौटना ही होगा।
किसानों का कहना है कि
‘सरकार गोली मारने से ज्यादा तो कुछ नहीं कर सकती। हम गोली खाने को भी तैयार हैं क्योंकि ये काले क़ानून भी हमारे लिए मौत के फंदे जैसे ही हैं। पंजाब और हरियाणा के किसान आज कंधे से कंधा मिलकर एक-दूसरे के साथ खड़े हैं। अब चाहे जो हो, सरकार सड़क खोदे या पूरी फौज उतार दे, हम दिल्ली पहुंच के रहेंगे और अपनी बात मनवा के ही लौटेंगे।’