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परिवारवाद : “महाराज” का बड़ा बयान, नहीं होगी राजनीति में उनके बेटे की एंट्री, 40 साल से अपनाया हुआ है ये नियम

ग्वालियर : राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि केंद्रीय मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महान आर्यमन सिंधिया की 2023 में राजनीति में एंट्री हो जाएगी। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है।

उन्होंने कहा है कि उनके बेटे महान आर्यमन की राजनीति में एंट्री नहीं होगी। राजनीति में एक समय में सिंधिया परिवार का एक ही सदस्य रहता है। मेरे परिवार ने पिछले 40 साल से ये नियम अपनाया है।

दरअसल, हालही में भोपाल दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवारवाद को लेकर कड़ा रुख अपनाया था। नड्डा ने साफ कहा था कि लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं वंशवादी राजनीतिक दल।

जेपी नड्डा ने कहा था की इस बार पार्टी नेता पुत्रों को टिकट देने से परहेज करेगी। जिन नेताओं के बेटों को पार्टी के लिए काम करना है वे कर सकते हैं, लेकिन पिता का अध्यक्ष होना, बेटे का जनरल सेक्रेटरी होना और चाचा का पार्लियामेंट बोर्ड में होना गलत है। यह परिवार वाद है। यह बीजेपी में बिल्कुल नहीं चलेगा।

इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नड्डा जी का यह कदम सही है। सभी को मौका मिलना चाहिए। परिवार का एक सदस्य ही राजनीति में होना चाहिए, जो काफी है।

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