जिल्लत भरी जिंदगी से हमें आजादी दिलाएं सिंधिया:- फॉलन आउट अतिथि विद्वान
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:– आज अतिथि विद्वान को फॉलन आउट हुए 8 महीने पूरे हो गए हैं.. पर अभी तक उनके विषय में कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया. दिन-ब-दिन अतिथि विद्वानों के स्थिति बिगड़ती जा रही है.. सेवा में बहाली ना होने के कारण पांच फॉलन आउट अतिथि विद्वानों ने खुद को मौत के मुंह में ढकेल दिया… जब सत्ता में कमलनाथ की सरकार थी तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भरी सभा में कहा था कि अगर अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण नहीं किया जाता है तो वह उनके साथ सड़क पर उतरेंगे..
अब सत्ता में शिवराज सिंह चौहान की सरकार आ गई है और ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए हैं. पर अभी तक फॉलन आउट अतिथि विद्वानों को नियमितीकरण नहीं मिल पाया.. इस विषय पर अतिथि विद्वान लगातार शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध कर रहे हैं कि जल्द से जल्द हमें सेवा में लिया जाए ताकि कोई हमारा और अतिथि विद्वान साथी मौत को ना गले लगाए.
शिवराज सिंह चौहान जब सत्ता में नहीं थे तो वापिस विद्वानों के धरना स्थल पर पहुंचे थे और कहा था कि सभी का नियमितीकरण कराया जाएगा टाइगर अभी जिंदा है. टाइगर जिंदा तो है पर है कहां इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है क्योंकि अतिथि विद्वानों यह स्थिति जस की तस है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अब मध्यप्रदेश में एक टाइगर नहीं दो-दो टाइगर आ गए हैं..
पर इनके जुमले के बीच अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण कब होगा इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा था कि जल्द से जल्द अतिथि विद्वानों की सेवा में बहाली की जाएगी.
अतिथि विद्वान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डॉक्टर सुरजीत सिंह भदौरिया का कहना है कि सभी फालेन आउट अतिथि विद्वान 8 माह से बेरोजगारी की व्यथा से कराह आ रहे हैं. हमारी परेशानी को समझें और जल्द से जल्द हमें सेवा में बहाली दी जाए.
अतिथि विद्वानों ने ज्ञापन सौंपकर की नियमितीकरण की मांग:-