मध्यप्रदेश/जबलपुर – विगत दो दिनों से जबलपुर में नकली रेमडेसीवीर का मसला सुर्खियां बटोरे हुए हैं। कोरोना संकट के बीच सामने आए नकली रेमडेसीवीर इन्जेक्शन मामले ने सरकार की भी आफत को बढ़ा दी हैं।
वहीं, दो दिनों से यह मध्यप्रदेश को देश भर में सुर्खियों में लाने वाले नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन के गोरखधंधे पर सीएम शिवराज भी बेहद सख्त दिखे। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे नर पशुओं को सरकार बिल्कुल भी नहीं बख्शेगी। ना केवल एनएसए बल्कि उनकी संपत्तियों को राजसात करने का फैसला सरकार ले चुकी हैं। ऐसे लोग इंसानियत के दुश्मन हैं।
दरअसल, सोमवार को प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह जबलपुर पहुंचे थे। जहां कलेक्टर कार्यालय में उन्होंने जनप्रतिनिधियों समेत आला अधिकारियों के साथ करीब 3 घंटे तक कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम काफी सख्त नज़र आए।
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में जो कोई भी दवाइयों और इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा है, वह नर पशु है जिसे जानवर कहना भी जानवरों का अपमान हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा क्योंकि ऐसे लोग इंसानियत के दुश्मन हैं।
उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अभी सब चीजें भूल कर हमें मिलकर इस महामारी से लड़ना हैं। अकेले मुख्यमंत्री के बस की बात नहीं है कि वह कोरोना की इस महामारी से जीत सकें। बेशक प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 25 प्रतिशत से घटकर 16 फीसदी पर आ चुका है लेकिन अभी लंबा सफर तय करना हैं। अगर जरा भी लापरवाही की तो यह सब पर भारी पड़ सकती हैं।