एमपी में "कोरोना" महामारी वैक्सीन से नहीं बल्कि "पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव" से रुकेगी!! चुनाव आता है, कोरोना जाता है, चुनाव जाता है…..बाकि समझ लें

एमपी में “कोरोना” महामारी वैक्सीन से नहीं बल्कि “पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव” से रुकेगी!! चुनाव आता है, कोरोना जाता है, चुनाव जाता है…….. बाकि समझ लें 

द लोकनीति डेस्क:गरिमा श्रीवास्तव 
मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। जब प्रदेश में उपचुनाव नज़दीक था तो कोरोना का संक्रमण कम हो गया था। लगातार सरकार यह बात कह रही थी कि प्रदेश की स्तिथि सुधरती जा रही है। पर ये क्या स्थिति सिर्फ तब तक सुधरी थी जब तक चुनाव थे, चुनाव खत्म हुए फिर से कोरोना ने अपना संक्रमण तेज़ कर लिया। 
ऐसा मालूम होता है कि कोरोना भी मध्यप्रदेश की राजनीति से डरने लगा है.इसीलिए चुनाव में उसकी रफ़्तार काम हो जाती है और जैसे ही चुनाव जाता है फिर से संक्रमण भयावह रूप ले लेता है। 
उपचुनाव में भीषण राजनीति के बाद शिवराज सिंह चौहान की पार्टी को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई और कमलनाथ महज 9 सीटों पर सिमट कर रह गए। 

अब प्रदेश में फिर से एक और चुनाव होने को है। अब यह चुनाव एक बार फिर से कोरोना को डराने वाला है और आप सभी देखेंगे एक बार चुनाव के तारीख की घोषणा हुई बस फिर क्या संक्रमण को मप्र राजनीति ऐसा लात मारेगी कि तेजी में संक्रमण में गिरावट के आसार हैं। 

 एमपी में कोरोना को अब बस एक ही चीज रोक सकती है, और वो है पंचायत एवं नगरीय निकायों के चुनाव
ईश्वर करे जल्द इन तारीखों की भी घोषणा हो,और हम सब इस महामारी से निजात पायें।
याद रखिए…
जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।
 और जहां-जहां चुनाव हो, उधर ये एप्लाई नहीं।

जनहित में जारी

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