नई दिल्ली – तीनों कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन दिन ब दिन तेज़ होता जा रहा हैं। इसी बीच एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है किसान आंदोलन में अब तक 11 किसानों की मौत हो चुकी हैं। ये किसान पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों के निवासी थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तन्ना सिंह, जनकराज, गजन सिंह, गुरजंट सिंह, लखबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मेवा सिंह, राममेहर, अजय कुमार, किताब सिंह और कृष्ण लाल गुप्ता की मौत हो चुकी हैं।
इस आंदोलन में हुई किसानों की मौत को लेकर अब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने इसको लेकर सवाल उठाया है, साथ ही मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा हैं। वायनाड सांसद राहुल गांधी ने एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, 'कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी?'
इससे पहले केंद्रीय कृषि कानूनों के खुलाफ राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाते हुए था कि देश के कृषक पंजाब के किसानों के बराबर आय चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी आय बिहार के किसानों के बराबर करना चाहती हैं।
मालूम हो कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन करीब 16 दिनों से जारी हैं। किसानों की मांग है कि सरकार कृषि कानूनों को वापस ले। वहीं, सरकार संशोधन के लिए तैयार हैं। सरकार का साफ कहना है कि वो तीनों कानूनों को वापस नहीं लेगी। दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े हैं, जिसके कारण टकराव बढ़ता जा रहा हैं। सरकार की ओर से किसानों को समझाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन किसान अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।