लटेरी के गोला खेड़ा कला में कागज़ पर पुलिया बता, पैसे का घालमेल किया गया, पर हकीकत में….. 

सिरोंज लटेरी विदिशा से कमलेश जाटव की रिपोर्ट – जनपद पंचायत लटेरी की ग्राम पंचायतों मैं भ्रष्टाचार अपने पूरे चरम पर व्याप्त है और यह सब भ्रष्टाचार जनपद सीईओ निर्देशक शर्मा के संरक्षण में खुलेआम हो रहा हैं। जिसके चलते किसी भी ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव या रोजगार सहायक पर कोई कार्रवाई नहीं होती और होती भी है तो सिर्फ कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति। ग्राम पंचायत गोला खेड़ा के ग्राम सरपंच सचिव और रोजगार सहायक की मिलीभगत से एक ही पुलिया के दो जगह फोटो लगा कर पैसे निकाल लिए गए हैं और दूसरी पुलिया का कहीं पर कोई नामो निशान भी नजर नहीं आ रहा। 

 

 

ग्राम पंचायत में ग्रामीण जनों ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव मेंबर सिंह प्रजापति किसी से सीधे मुंह बात नहीं करता हैं। शराब के नशे में रहता है और हमेशा बदतमीजी से पेश आता है और कहता है कि कहीं भी चले जाओ मेरा क्या उखाड़ लोगे ग्राम में चारों ओर आ व्यवस्थाएं और भ्रष्टाचार खुलेआम देखा जा सकता हैं। ग्राम गोला खेड़ा के ही व्यक्तियों ने बताया कि कुटी के नाम पर भी सचिव द्वारा राशि की मांग की जाती है और ग्राम में गिने-चुने व्यक्तियों की ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुटी आई हैं। और जो स्कूल के सामने पुलिया बनाई है वह भी घटिया तरीके की बनाई है साथ ही जो एक दूसरे स्थान पर पुलिया बनाना था उस पुलिया का कोई नामोनिशान नहीं हैं। सरपंच सचिव और रोजगार सहायक ने इसका पैसा निकाल कर खा लिया हैं। 

 

 

ग्राम पंचायत गोलाखेड़ा कला के रोजगार सहायक नीरज मीना ने एवंअपने परिवार के सगे संबंधियों को दिलवाया प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ग्रामीणों ने लगाया आरोप। 

भारत सरकार की प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना अंतर्गत गरीब परिवारों को लाभ दिलाए जाने का लक्ष्य 2022 किया गया हैं। वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार पात्र हितग्राहियों को लाभ दिया जाना है, लेकिन शासन के ही जिम्मेदार सचिव रोजगार सहायक भ्रष्टाचार कर वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाया जाना उचित नहीं समझ रहे हैं। रोजगार सहायक नीरज मीना अपना व अपने संबंधियों को दिला रहे हैं लाभ।

ग्राम पंचायत गोला खेड़ा कला केभ्रष्टाचार का जिम्मेदार कौन-

विगत दिनों पहले भी द लोकनीति टीम ने ग्राम पंचायत गोला खेड़ा कला की एक सच्चाई उजागर की थी स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शौचालयों का निर्माण होना है हितग्राहियों के शौचालय गड्ढा बनाए बिना ही राशि का सचिव रोजगार सहायक की मिलीभगत से भ्रष्टाचार कर हितग्राहियों को राशि का आहरण कराया गया। लेकिन जनपद पंचायत के मुखिया निर्देशक शर्मा ने जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया था। स्पष्ट है की इस भ्रष्टाचार में सीईओ निर्देशक शर्मा भी संलिप्त हैं। 

मुख्यमंत्री कमलनाथ को शासन के खजाने को शीघ्र खाली कराना हो तो जनपद पंचायत लटेरी के निर्देशक शर्मा जैसे समस्त मध्य प्रदेश की जनपद पंचायतों में बैठा दिया जाए तब मध्य प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री कमलनाथ को दिखाई देगा कि भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। 

विदिशा जनपद पंचायत लटेरी की ग्राम पंचायतों की हो वैधानिक जांच

जनपद पंचायत लटेरी की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार व्याप्त हैं। जिस पंचायत में देखो उस पंचायत में भ्रष्टाचार का खेल चालू है जांच के नाम पर होती है खानापूर्ति नहीं होती है वैधानिक जांच।

बता दे कि इस संबंध में जब ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव मेंबर सिंह प्रजापति को फोन लगाया तो फोन उठाकर बात करना भी उचित नहीं समझा। 

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