एमपी की राजधानी भोपाल में डेंगू कहर बरपा रहा है। पिछले 24 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा डेंगू के पॉजिटिव मामले सामने आए है। डेंगू के मामलो की संख्या बढ़कर 734 हो गई है। बता दें कि पूरे प्रदेश में इस साल 4 हजार के पार डेंगू के मामले सामने आ चुके है। अस्पतालों में डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं। इस साल भोपाल शहर के 22 हजार घरों में लार्वा मिला है।
इस साल पूरे देश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो सबसे ज्यादा केसे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आ रहे हैं। भोपाल में मरीजों की संख्या 734 हो गई है। पिछले 24 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा डेंगू पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू का प्रमुख लक्षण होता है, तेज बुखार, जिसका तापमान 104 डिग्री फैरेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) तक बढ़ सकता है।
डेंगू बुखार के कुछ मरीजों को पेट में दर्द और डायरिया भी हो सकता है।
कुछ मरीजों को डेंगू के साथ खांसी और सर्दी भी हो सकती है।
डेंगू इंफेक्शन से व्यक्ति काफी थक जाता है और अक्सर असमर्थ होता है।
डेंगू बुखार के लक्षणों में एक विशेषता है कि इसके साथ व्यक्ति की त्वचा पर लाल दाने निकल सकते हैं।
डेंगू के मरीजों को अक्सर जोड़ों में दर्द और सूजन हो सकती है, जिसे डेंगू के इसके लक्षण “डेंगू फीवर” कहा जाता है।
डेंगू बुखार से बचने के उपाए
स्थानीय जनसंचालन के निर्देशों का पालन करें।
अपने घर के आस-पास की जगहों पर पानी जमा न होने दें।
मच्छर काटने से बचने के लिए मच्छर नेट्स का उपयोग करें।
डेंगू बुखार से बचने के लिए अपने घर को साफ-सुथरा रखें।
स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मच्छर प्रबंधन और डेंगू नियंत्रण के उपायों का समर्थन करें।
डेंगू वायरस मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है, इसलिए मच्छरों के काटने से बचें।