नई दिल्ली / विवेक पांडेय – मालेगांव विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर की ज़ुबान से फिर एक बार शर्मनाक बात निकली हैं। संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में उन्होंने फिर से गांधी जी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त कहा। साध्वी प्रज्ञा का यह बयान तब आया जब डीएमके सांसद ए राजा एसपीजी संशोधन बिल पर बात रख रहे थे। उनके इस बयान के बाद विपक्ष एक बार फिर पूरी तरह से साध्वी और बीजेपी पर हमलावर हो चला हैं।
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद कई नेताओं समेत अन्य लोगों ने इसकी आलोचना की हैं।
असदुद्दीन ओवैसी
इस सांसद ने भारत के पहले आतंकवादी को देशभक्त मानकर संसद का अपमान किया हैं। शर्मनाक कल भाजपा ने संविधान दिवस मनाया। आज इसके आतंकी आरोपी सांसद ने दोहराया कि गोडसे एक देशभक्त हैं। प्रधानमंत्री कब स्पष्ट करेंगे, गोडसे का भारत या गांधी का भारत?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
बार-बार नाथूराम गोडसे को एक “देशभक्त” के रूप में संदर्भित करना भाजपा की विक्षिप्त नफरत की राजनीति का एक सही प्रतिनिधित्व हैं। क्या पीएम मोदी प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी की निंदा करेंगे या चुप रहेंगे?
अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस
यह प्रेरणा भाजपा के पतन को सुनिश्चित करेगी। जो भी हो, यह एक बहुत ही खतरनाक संकेत है और इसने भारतीय लोकतंत्र का पूरी तरह से मज़ाक उड़ाया है और यह जनक हैं।
बरखा दत्त, पत्रकार
प्रज्ञा ठाकुर, रक्षा पर संसदीय पैनल के सदस्य, ने नाथूराम गोडसे, गांधी के हत्यारे को देशभक्त, संसद के अंदर बुलाया। मुझे लगता है कि हमें आभारी होना चाहिए कि उसने हेमंत करकरे को फिर से बदनाम करने के लिए 26/11 की सालगिरह का इस्तेमाल नहीं किया। उसके इस प्रिय ट्रोल्स के लिए कोई 'गो टू पाकिस्तान बोलेगा?
रामचन्द्र गुहा,इतिहासकार
सटीक होने के लिए, यह संसद के लिए शर्म की बात नहीं है, लेकिन उन लोगों के लिए जिन्होंने इस गोडसे को संसद में भेजा हैं। भारत को शर्मसार करने वाले इस कृत्य के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार लोग प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हैं।
मार्या शकील, पत्रकार
यह संसद के लिए शर्म की बात हैं। बीजेपी नेतृत्व को कार्रवाई करनी चाहिए। पिछली बार जारी किए गए कारण बताओ नोटिस का क्या हुआ? अनुशासन समिति की रिपोर्ट के बारे में क्या? क्या यह सब हगवॉश था। समय के साथ पीएम ने कहा कि वह टिप्पणी के लिए प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं करेंगे।
गौरव पांधी, पॉलिटिकल एनालिस्ट
आप पीतल को कितना भी रगड़ें, वह कभी सोना नहीं बनेगा। केवल एक आतंकवादी एक साथी आतंकवादी को 'देश भक्त' के रूप में संदर्भित करेगा।
सीताराम येचुरी, माकपा नेता
भारत में गोडसे और बाकी दुनिया में गांधी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ / बीजेपी की यह दबी जुबान और इसके सामान्यीकरण पर नहीं जा सकती। गोडसे एक आतंकवादी था जिसने गांधी की हत्या की थी।