मध्यप्रदेश/भोपाल : सोमवार को मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह द्वारा अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स (Front line Workers) का दर्जा दिया गया हैैं। मध्यप्रदेश सरकार ने जनसंपर्क विभाग से अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में शामिल किया हैं। अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में शामिल होने केे बाद अब गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में शामिल करने की मांग उठी हैं।अब बीजेपी विधायक शैलेन्द्र जैन इस विषय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा हैं।
बीजेपी विधायक ने एक पत्र लिखते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि अधिमान्य पत्रकारों के साथ साथ जो भी पत्रकार फील्ड में काम कर रहे हैं उन्हें भी कोरोना वारियर्स माना जाये। क्योंकि 90 प्रतिशत पत्रकार ऐसे हैं जिन्हें भले ही अधिमान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन फील्ड पर रिपोर्टिंग कर जो वास्तविक समाचार लाते हैं। जिला जनसंपर्क कार्यालय में पंजीकृत सभी लोगों को इसका लाभ मिले।
इस से पहले पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पीसी शर्मा ने भी सरकार की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा की गैर अधिमान्य पत्रकारों को भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिए।
दरअसल, कोरोना के इस भयावह दौर में एक ओर जहां पूरी देश की जनता घरों में बंद हो गई है, तो वहीं दूसरी ओर हमारे कोरोना वॉरियर्स सभी की सुरक्षा के लिए खुद आगे आकर लड़ाई लड़ रहे हैं, और उन कोरोना वॉरियर्स में से एक पत्रकार भी हैं।