विकास की बात करने वाले "शिव राज" में इंदौर में कोरोना वैक्सीन के लिए नहीं है "कोल्ड स्टोरेज", ट्रायल से पहले लग गया ब्रेक
विकास की बात करने वाले “शिव राज” में इंदौर में कोरोना वैक्सीन के लिए नहीं है “कोल्ड स्टोरेज”, ट्रायल से पहले लग गया ब्रेक
द लोकनीति डेस्क : गरिमा श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार लगातार विकास का दावा करती आई है. कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. सरकार कह रही है कि वह कोरोना से लड़ने में पूरी तरह से तैयारी बना चुकी है। पर हक़ीक़त कुछ और ही है।
भोपाल में तीसरे चरण के ट्रायल के लिए कोरोना वैक्सीन पहुंच गई थी. और कुछ लोगों को वैक्सीन के डोज भी दिए गए.
जिसके बाद अब इंदौर ने भी वैक्सीन के ट्रायल की तैयारी करना शुरू कर दिया था. पर ट्रायल के लिए मुश्किलें खड़ी हो गयीं,वजह विशेष तरह के कोल्ड स्टोरेज।
मिली जानकारी और सीएमएचओ के मुताबिक शहर में जो कोल्ड स्टोरेज हैं वह वैक्सीन रखने के लिए ठीक नहीं है. आईसीएमआर बताता है कि कोरोनावायरस इन को एक निश्चित तापमान में रखा जाना अनिवार्य है. इसके लिए विशेष तरह की कोल्ड स्टोरेज की जरूरत होती है. जिसमें एक निश्चित तापमान को सेट कर वैक्सीन रख सकते हैं..
पर लगातार विकास के दावे और कोरोना संक्रमण की हर स्थिति से तैयार रहने वाली सरकार इंदौर में अभी तक स्टोरेज का निर्माण नहीं करा सकी है.
सीएमएचओ के मुताबिक बिना कोल्ड स्टोरेज के शहर में वैक्सीन नहीं आ सकती है..
सांसद शंकर लालवानी ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को इस मामले में पत्र लिखा है उन्होंने मांग की है कि इंदौर के कार्गो टर्मिनल पर उस तरह की आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था कराई जाए जिसमें कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सकता है..
अब देखना यह होगा कि इंदौर में कब तक विशेष तरह के कोल्ड स्टोरेज का निर्माण होगा.