अयोध्या / खाईद जौहर – देश का सबसे बड़ा विवाद यानी अयोध्या विवाद अभी ख़त्म नहीं हुआ हैं। बता दे कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को बड़ा फैसला सुनाया था। जिसमे विवादितस्थान पर राम मंदिर बनाने का फैसला दिया था। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष को अलग से 5 एकड़ ज़मीन दी थी। जिसके बाद इस मामले को लेकर मुस्लिम पक्ष की और से सवाल उठाए गए थे।
इसी बीच मंगलवार को एक खबर आती है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू याचिका दायर नहीं करेगा। इस मामले पर 7 में से 6 सदस्यों ने पुनर्विचार अर्जी देने का विरोध किया था। बता दे कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के सिर्फ एक सदस्य ने पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की बात कही हैं। बाकी के 6 सदस्यों ने पुनर्विचार अर्जी देने का विरोध किया। जिसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट में नहीं दायर होगी पुनर्विचार याचिका।
इस दौरान एक बड़ी खबर सामने आई है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब रिव्यू याचिका दायर करेगा।
“Exercising our constitutional right, we are going to file a review petition in the #Babrimasjidcase during the first week of December. Sunni Waqf Board's decision not to pursue the case won't legally affect us. All Muslim organizations are on the same page” @Zafaryab_Jilani:
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) November 27, 2019
बता दे कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्विटर पर लिखा, 'हम अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए दिसंबर के पहले हफ्ते में बाबरी केस में पुनर्विचार याचिका दायर करने जा रहे हैं। मामले को आगे बढ़ाने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड का निर्णय कानूनी रूप से हमें प्रभावित नहीं करेगा। सभी मुस्लिम संगठन हमारे साथ हैं।