भोपाल:- कोरोना महामारी में पानी की किल्लत, बाग मुगलिया में स्लम एरिया के लोग परेशान नगर निगम कनेक्शन देने को तैयार नहीं
भोपाल:- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना महामारी चरम पर पहुंच गई है. रोज लगभग 500 से ज्यादा मामले यहां आ रहे हैं. इस महामारी के दौरान लोग दूसरे संकट का भी सामना कर रहे हैं. राजधानी भोपाल के कई क्षेत्रों में पानी की बड़ी किल्लत है. गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर के कई इलाकों में अभी से जल संकट के हालात बन रहे हैं.
इनमें सबसे खराब स्थिति स्लम एरिया की है.इन्हीं में से एक बाग मुगलिया एक्सटेंशन आशाराम नगर फेस 3 नहर के पास स्थित स्लम एरिया है. बताते चलें कि इस बस्ती में पिछले 8 महीने से पानी नहीं आया है और ना ही नगर निगम द्वारा टैंकरों से पानी सप्लाई कराई जा रही है.
यहां के लोग बेहद परेशान हैं काफी दूर तक या फिर अगल-बगल के लोगों के घरों से उन्हें इस गर्मी में पानी लेने जाना पड़ रहा है.
बस्ती के लोग निगम से नल कनेक्शन लेने को तैयार है लेकिन निगम इन्हें कनेक्शन नहीं दे रहा है.
बता दें कि जोन 13 के तहत वार्ड 55 में बाग मुगलिया एक्सटेंशन आसाराम नगर फेस 3 नहर के पास 16 साल पुरानी झुग्गी बस्ती है.
यहां 8 महीने से पानी नहीं आया. दरअसल पहले पुरानी पाइप लाइनों के लीकेज और वॉल्व से बस्ती के लोगों को पानी मिल जाता था, लेकिन अब नई लाइन डलने के बाद लीकेज से पानी की जुगाड़ बंद हो गई है. ऐसे में बस्ती के लोग आसपास के घरों से पानी मांग कर गुजारा कर रहे हैं. अहम बात यह है कि बस्ती के लोग नल कलेक्शन लेना चाहते हैं इसकी फीस भी जमा करने को तैयार हैं लेकिन नगर निगम कनेक्शन देने को तैयार नहीं है.
नगर निगम द्वारा यह बात कही जा रही है कि सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनी झुग्गियों में कनेक्शन नहीं दिया जा सकता. हालांकि जहां भी पाने की जरूरत होती है उपलब्ध कराया जाता है.
पर झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोग यह बात साफ कह रहे हैं कि उन्हें पानी मुहैया नहीं कराया जाता. बाहुबली एक्सटेंशन कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने बताया कि सभी झुग्गी वाले कनेक्शन लेने को तैयार है लेकिन निगम अधिकारियों का कहना है कि झुग्गियां टूट जाएंगी, इसीलिए कनेक्शन नहीं दे सकते हैं.
बड़ा सवाल उठता है कि अगर झुग्गियां 5 साल बाद टूटेंगी तो क्या 5 साल तक इन्हें पानी नहीं दिया जाएगा?
सिर्फ बाग मुगलिया में ही नहीं इस तरह से कई जगह पानी की काफी किल्लत हो रही है और नगर निगम में बार-बार शिकायत करने पर भी कोई इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है.
एक तरफ लोगों को आर्थिक मार दो दूसरी तरफ पानी की बीमार पड़ रही है. हर तरह से जनता परेशान है.
स्थिति कब सुधरेगी कुछ भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.