टीम VD Sharma में Scindia समर्थकों का कटा पत्ता, प्रदेशाध्यक्ष ने तोड़ी चुप्पी, दिया ये बड़ा बयान, हलचल तेज़ 

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – लंबे अरसे से अटकी पड़ी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम का ऐलान बुधवार को हो चूका हैं। वीडी शर्मा की नई टीम के ऐलान के बाद से ही प्रदेश में इसकी चर्चा ज़ोरो पर हैं। टीम में युवा चेहरों को मौका दिया गया हैं। लेकिन ख़ास बात ये है कि वीडी शर्मा की घोषित इस नई प्रदेश कार्यकारिणी में सिंधिया समर्थकों को जगह नहीं मिली हैं। सिर्फ सिंधिया के एक समर्थक मदन कुशवाहा को प्रदेश मंत्री बनाया गया हैं। 

सिंधिया समर्थक नेताओं को कार्यकारिणी में जगह नहीं मिलने पर कांग्रेस लगातार तंज कस रही है, साथ ही कई तरह के सवाल खड़े कर रही हैं। इन सब चर्चाओं के बीच वीडी शर्मा ने चुप्पी तोड़ी हैं। 

सिंधिया समर्थकों को संगठन में जगह नहीं मिलने पर वीडी शर्मा ने कहा कि सिंधिया बीजेपी का अभिन्न अंग हैं। उनके साथ आए नेता सीनियर नेता हो गए हैं, समय के अनुसार जो आवश्यकता है, उसके अनुरूप पदाधिकारी बनाए गए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा ये टीम वीडी नहीं है, ये टीम भाजपा हैं। भाजपा के कोई व्यक्ति विशेष नहीं सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। 

हालांकि, माना जा रहा है कि सिंधिया समर्थक के अलावा बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को निगम मंडल में जगह दी जा सकती हैं। लेकिन शिवराज सरकार ने अभी तक निगम और मंडल की नियुक्तियां नहीं की हैं। 

वहीं, सीनियर नेताओं को संगठन कार्यकारिणी से दूर रखने के सवाल पर वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी पद्धति से चलने वाली पार्टी हैं। जिन वरिष्ठों को संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया हैं। उन से चर्चा की जा चुकी हैं। ऐसे में आवश्यकता अनुसार प्रत्येक कार्यकर्ता के रूप में सीनियर नेता लगातार अपनी सेवा देते रहेंगे।

बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही साथ प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर प्रदेश भर में चर्चा का माहौल था। जहां माना जा रहा था कि जिन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है उन्हें संगठन में जगह दी जाएगी। ऐसे में संजय पाठक, अजय विश्नोई जैसे दिग्गजों को भी संगठन कार्यकारिणी से दूर रखा गया हैं। 

गौरतलब है कि वीडी शर्मा ने अपनी नई टीम में महाकौशल का खास ध्यान रखा हैं। इसमें जबलपुर से 4 चेहरे शामिल किए गए हैं। नई टीम में 7 मोर्चा अध्यक्ष,12 नये उपाध्यक्ष, 12 मंत्री और कोषाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जबकि प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा और विजेश लुणावत प्रदेश कार्यकारिणी से बाहर कर दिए गए हैं। वहीं, पूर्व मेयर आलोक शर्मा और राहुल कोठारी को इसमें शामिल किया गया हैं। इसके अलावा इसमें क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन के लिहाज से सामंजस्य बैठाने की कोशिश की गई हैं। 

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