किसानों के भारत बंद आंदोलन में दिग्गी के समर्थन देने पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कही ये बातें…. 

भोपाल/निशा चौकसे:- देश में सोमवार को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का देश भर में मिलाजुला असर रहा. बंद के दौरान कुछ नेशनल व स्टेट हाईवे ब्लॉक रहे तो कुछ रूट डायवर्ट करने पड़े. बंद का असर सिर्फ हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश, राजस्थान में ही दिखाई दिया. तो वहीं मध्यप्रदेश में किसानों के समर्थन में कांग्रेस और वामदलों के भारत बंद का भी मिलाजुला असर रहा भोपाल में बड़े कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे तो वहीं छोटे कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों के समर्थन में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके भाई लक्ष्मण सिंह की अगुवाई में कांग्रेस ने पहले करोद मंडी के सामने और फिर करोद चौराहे पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला जिससे करोद मंडी में कारोबार नहीं होने से सन्नाटे की स्थिति बनी रही. 

कांग्रेस का हो रहा अस्तित्व खत्म: वीडी शर्मा 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि किसानों का नहीं कांग्रेस का भारत बंद है इसे किसानों का समर्थन नहीं कहे सकते,  पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने गरीब कल्याण की योजनाएं बंद कर दी थी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ किसानों के पास तक नहीं गए कांग्रेस का अस्तित्व खत्म हो रहा है. साथ ही मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा उठाए गए शराबबंदी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सामाजिक बुराइयां, सामाजिक आंदोलन से ही दूर हो सकती है. कानून बनने से अब कुछ नहीं हो सकता उमा भारती पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं और उनके सुझाव पर जरूर विचार विमर्श किया जाएगा। एक सवाल पर शर्मा बोले कि चारों सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए हमारी पूरी तैयारी है. 

सीएम ने कसा तंज़ कही ये बातें 
सीएम शिवराज ने दिग्विजय और कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे पता चला है कि कुछ कांग्रेसी नाटक कर रहे हैं. धरने पर बैठ रहे हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि कमलनाथ 15 महीने में पूरे प्रदेश को खा गए और अभी पता चला है कि दिग्गी राजा धरने पर बैठे हैं, दिग्गी जब सीएम थे तो 2 घंटे भी बिजली नहीं आती थी और अब किसानों के लिए धरने पर बैठकर नाटक कर रहे हैं जबकि बैतूल में किसानों को किस ने गोलियों से भुनवाया था. “लोग नारे लगाते थे जब तक रहेंगे दिग्गी जलती रहेगी डिब्बी”.

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