- मिंटो हॉल में बजट पर सेमिनार
- अर्थशास्त्री और मुख्यमंत्री हुए शामिल
- इकोनॉमी जनरेशन पर विशेष चर्चा
भोपाल/ गरिमा श्रीवास्तव :- आज मध्यप्रदेश के बजट पर मिंटो हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहाँ पर प्रदेश के विकास और बजट को लेकर ख़ास चर्चा हो रही है। स्थल पर मुख्यमंत्री कमलनाथ(Kamalnath) और मोंटेक सिंह अहलूवालिया(Economist Montek Singh Ahluwalia) भी शामिल हुए। कमलनाथ ने कहा कि मैं यहां कुछ बताने नहीं बल्कि यहां पर जो निचोड़ निकलेगा उसे जानने और समझने आया हूं। यह हर सरकार के लिए चैलेंज है। साथ ही साथ यह भी कहा कि परिवर्तनों को हमें स्वीकार करना होगा युवा इस देश के निर्माण करने वाले हैं हमें ऐसा वातावरण बनाना होगा कि ज्यादा से ज्यादा इकोनामी जनरेट हो। साथ ही साथ यह भी बताया कि लोगिस्टिक के मामले में प्रदेश के सोर्स सबसे बेहतर हैं। विकास के क्षेत्र में निरंतर बढ़ावा लेन का प्रयास किया जा रहा है।
खनिज संसाधनों को लिमिटेड बताते हुए कहा कि खनिज संसाधन का हमें दुरुयोग नहीं करना चाहिए उतना ही उपयोग करें जितनी ज़रुरत हो।
वहीं अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया(Economist Montek Singh Ahluwalia ) ने कहा कि सभी की आईडिया को सुने और समझे, क्योंकि कब ऐसा हो जाए कि किसी के आइडियाज से बड़ा फायदा हो जाए। अहलूवालिया ने बताया कि प्राइवेट सेक्टर्स में विकास की संभावनाएं सबसे ज़्यादा हैं। साथ ही साथ कभी किसी भी समस्याओं से घबराए नहीं समस्याओं का समाधान ढूंढने का प्रयास करें।अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि नया आर्थिक मॉड्यूल क्या होना चाहिए इस पर सब मिलकर मंथन करें और सामंजस्य से निष्कर्ष निकालें।