मध्यप्रदेश/भोपाल : भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया के दवा स्टोर से 16 अप्रैल को रेमडेसिविर के 863 इंजेक्शन चोरी हो गए थे। चोरी हुए पूरे 49 दिन हो गए, लेकिन पुलिस के दोनों हाथ अब तक खाली हैं।
भोपाल पुलिस के साथ स्वास्थ विभाग भी चोरी गए इंजेक्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटा सका हैं। पुलिस के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग ने भी शुरू से इस मामले में लीपापोती की हैं।
इंजेक्शन की बरामदगी के बिना ही भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस अब चार्जशीट पेश करने की तैयारी में हैं।
इधर, सीएमएचओ ने शहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों को पत्र जारी कर चोरी गए इंजेक्शन के बैच नंबर की जानकारी मांगी थी। अस्पतालों से पूछा गया था कि क्या आप के अस्पताल में चोरी गए बैच नंबर के इंजेक्शन लगे है, अभी तक किसी भी अस्पताल ने चोरी गए इंजेक्शन के बारे में कोई भी जानकारी मिलने से इनकार किया हैं।
बता दे कि क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है, 30 से ज्यादा संदेहियों से पूछताछ हो चुकी है, अभी तक हमीदिया के एक कर्मचारी सहित चार लोगों को गिरफ्तारी किया जा चुका हैं। इन लोगों पर चोरी गए इंजेक्शन में से छह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती मरीज को देने का आरोप है, लेकिन बाकी इंजेक्शन कहां गए इसका पता नहीं चल पाया हैं।