भोपाल : GMC के परिसर में अधीक्षक डॉ. मरावी के समर्थन में हुई नारेबाजी, पीड़ित नर्से बोली, हमसे लिखवाते थे ये चीज़

भोपाल : गुरुवार दोपहर हमीदिया अस्पताल परिसर में दर्जनभर कर्मचारियों ने अधीक्षक डॉ. मरावी के समर्थन में नारेबाजी की। जिसके बाद प्रांतीय नर्सेस एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष मंजू मेश्राम ने कहा कि अधीक्षक अपने समर्थन में माहौल बनाने के लिए नारे लगवा रहे हैं। जांच प्रभावित की जा रही है। अधीक्षक को पद से हटाकर जांच कराई जाए।

दरअसल, 52 नर्सों ने अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर दीपक मरावी पर यौन दुराचार का गंभीर आरोप लगाया है। नर्सों का कहना था की डॉ. मरावी रात के वक्त हाफ पेंट पहनकर शराब के नशे में नर्सों के चेंजिंग रूम में अचानक घुस आते हैं और अश्लील बातें करते हैं। साथ ही वो कभी उनकी छुट्टी मंजूर करते समय, कभी जॉइनिंग के दौरान अपने चेंबर में बुलाकर गंदे तरीके से छूते हैं और गंदी बातें करते हैं।

नर्सों के इन आरोपों के बाद डॉक्टर दीपक मरावी जांच के घेरे में आ गए थे। डॉ. दीपक मरावी ने इस पूरे मामले में आयुक्त चिकित्सा शिक्षा को लिखित में अपनी सफाई दी है। उन्होंने लिखा है ड्यूटी रोस्टर में भ्रष्टाचार सामने आने और उस पर कार्रवाई नहीं होने के कारण छुट्‌टी और ड्यूटी रोस्टर खुद की निगरानी में बनावाना शुरू किया। इसके चलते कुछ नर्सों ने षडयंत्रपूर्वक झूठी शिकायत की है।

वहीं, डॉ. मरावी के खिलाफ हुई शिकायत में हस्ताक्षर करने वाली नर्सों को गुरुवार को डीन ऑफिस में बुलाया गया था। ऐसे में 20 से ज्यादा नर्सें एकत्रित होकर डीन ऑफिस पहुंचीं। तब उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि गोपनीय जांच है, एकसाथ बयान दर्ज नहीं किए जा सकते हैं। साथ ही पीड़ित नर्सों ने हस्ताक्षर को असली बताया और कहा की अगर शिकायत पर किए गए हस्ताक्षरों का मिलान ड्यूटी रजिस्टर पर किए गए हस्ताक्षर से किया जाए तो असल स्थिति सामने आ जाएगी।

पीड़ित नर्सों ने कहा की हकीकत यह है कि डॉ. मरावी सुधार के नाम पर ना सिर्फ मनमानी करते हैं, बल्कि नर्सों को प्रताड़ित भी किया जाता है। आलम ये है कि वे अवकाश पर जाने वाली नर्साें की सैलरी काटते हैं और उन पर दबाव बना कर लिखवाते हैं कि मेरी सैलरी काट ली जाए।

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